कर्मचारियों की मांगें पूरी करने की बात तो दूर अधिकारियों ने अभी तक आश्वासन तक देने की जरूरत नहीं समझी है। विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ ही कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के प्रति शासन स्तर के अधिकारियों ने भी उदासीन रवैया अपना रखा है।इन सब के बीच छात्र परेशान हो रहे हैं। फिलहाल कर्मचारियों ने मांगों को लेकर अभी कार्य बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विश्वविद्यालयीन गैरशिक्षक कर्मचारी महासंघ की १७ सूत्रीय व विश्वविद्यालय स्तर की 24 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर हैं। सोमवार को कार्य बहिष्कार में विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बुद्धसेन पटेल, महासचिव डॉ. कृष्णेंद्र कुमार मिश्रा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रामसुजान साकेत, रमेश मिश्रा, डॉ. प्रदीप सिंह, डॉ. पुष्पराज सिंह, इंद्रकुमार परौहा, ऋषिराज सिंह, लालमणि साकेत, डॉ. राधेश्याम साहू, धर्मेेंद्र रावत, दिनेश प्रजापति, कैलाश त्रिपाठी, संतोष सिंह, वीरेंद्र सिंह, रामकिशन साकेत, धनविजय सिंह, गंगा प्रसाद द्विवेदी सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
छात्र समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान
कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। आगामी सेमेस्टर व वार्षिक परीक्षा की तैयारी भी बाधित चल रही है। हालांकि कर्मचारियों के थोड़ नर्म पडऩे पर विश्वविद्यालय अधिकारियों को उनके कार्यालय बैठने की सुविधा मिल जा रही है। लेकिन छात्रों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। विश्वविद्यालय में हर रोज समस्याओं को लेकर पहुंचने वाले छात्रों को बैरंग लौटना पड़ रहा है।