रामबाई स्मृति महाविद्यालय डभौरा में बुधवार को विधि छठवें सेमेस्टर की परीक्षा थी। विश्वविद्यालय के कुलपति को खबर मिली कि इसमें सामूहिक नकल जैसी स्थिति है। केंद्राध्यक्ष नकल पर लगाम लगा पाने में असमर्थ हैं। सूचना के मद्देनजर कुलपति प्रो. केएन सिंह यादव पहली पाली में विधि की छठवें सेमेस्टर की परीक्षा में केंद्र पर पहुंच गए। सुबह पौने नौ बजे पहुंचे दल ने परीक्षा कक्ष तलाशी शुरू की तो भगदड़ मच गई। एक परीक्षार्थी को नकल सामग्री के साथ सदस्यों ने दबोच भी लिया लेकिन अन्य दूसरे परीक्षार्थियों की तलाशी हो पाती कि इससे पहले परीक्षार्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
तलाशी के लिए परीक्षार्थी तैयार नहीं हुए और दल के सदस्यों से तू-तू मैं-मैं करने लगे। धीरे-धीरे परीक्षार्थी उग्र हो गए और उत्तरपुस्तिका लेकर कक्ष से बाहर आ गए हैं। छात्रों की उग्रता को देखते हुए केंद्राध्यक्ष ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पुलिस पहुंचती कि इससे पहले ही परीक्षार्थियों का एक समूह दल के सदस्यों पर हमलावर हो गया। जैसे-तैसे कुलपति और दल के सदस्य केंद्र में बनाए गए कंट्रोल रूम में जाकर छिपे। परीक्षार्थी कुलपति व सदस्यों को खोजते हुए कंट्रोल रूम तक जा पहुंचे और दरवाजा तोडऩे को कोशिश करने लगे, लेकिन तब तक पुलिस के तीन सिपाही मौके पर पहुंच गए और परीक्षार्थियों को बाहर किया।
पुलिस द्वारा परीक्षार्थियों को केंद्र से बाहर कर उन्हें उन्हें समझाइस दी गई लेकिन वह नहीं माने। उग्र परीक्षार्थियों के एक समूह ने कुलपति के वाहन पर हमला बोल दिया। पत्थर मारकर परीक्षार्थियों ने वाहन के शीशे तोड़ दिए। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने बल प्रयोग किया तो परीक्षार्थी डभौरा थाने पहुंचकर कुलपति दल में शामिल सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे लेकिन पुलिस इसके लिए तैयार नहीं हुई। कहा गया कि पहले परीक्षा केंद्र का सीसीटीवी फुटेज देखा जाएगा। इसके बाद बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। ।
परीक्षार्थियों ने कुलपति दल में शामिल सदस्यों पर आरोप लगाया कि दल में शामिल पुरुष सदस्यों ने महिला परीक्षार्थियों की तलाशी ली। परीक्षार्थियों ने कहा कि यह न ही नियम अनुरूप है और न ही मर्यादा के अनुरूप लेकिन जब विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कुलपति का वाहन क्षतिग्रस्त किए जाने, परीक्षा के दौरान बवाल करने, निरीक्षण दल के सदस्यों के साथ गाली-गलौज और अभद्रता करने के मामले में तहरीर दी गई तो परीक्षार्थी दबाव में आ गए। करीब डेढ़ घंटे के बवाल के बाद परीक्षार्थी धीरे-धीरे कर वहां से हटने लगे। फिर जाकर मामला शांत हुआ।
परीक्षार्थियों के बवाल के दौरान ही मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा जैसे तैसे दल के सदस्यों को पुलिस संरक्षण में थाने लाया गया। वहां उन्हें करीब तीन घंटे तक सुरक्षा में रखने बाद छोड़ा गया। मामला शांत होने पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कई परीक्षार्थियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखाई गई है। डभौरा थाना प्रभारी राजेन्द्र चौबे ने कहा कि पुलिस मामले की पड़ताल में लगी हुई है।
बवाल के बाद केंद्राध्यक्ष डॉ. जीएन सिंह की ओर से थाने में रिपोर्ट दी गई कि कुलपति दल में शामिल सदस्य प्रो. विजय अग्रवाल ने परीक्षार्थी कृष्ण कुमार को नकल करते हुए पाया। परीक्षार्थी के पकड़े जाने पर कक्ष क्रमांक एक व दो सभी परीक्षार्थी एक होकर परीक्षा नियमों के विरूद्ध उत्तरपुस्तिका लेकर कक्षा से बाहर आ गए और बवाल करने लगे। इस दौरान उन्होंने कुलपति के वाहन क्रमांक एमपी 17 बीए 1143 को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। दल में शामिल दूसरे सदस्य प्रो. आरएन सिंह के साथ भी अभद्रता की। शिकायत के आधार पर कृष्ण कुमार सहित एक दर्जन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि रामबाई स्मृति महाविद्यालय डभौरा में शासकीय महाविद्यालय त्योंथर व नेहरू स्मारक महाविद्यालय चाकघाट के विधि छात्रों का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। दो वर्ष पूर्व भी इन कॉलेजों के छात्रों का परीक्षा केंद्र शिक्षा महाविद्यालय सोहागी खटिया को बनाया गया था। जहां पर उडऩदस्ते द्वारा लगातार नकल के प्रकरण दर्ज किए जाने और छात्रों के उपद्रव को देखते हुए उनका परीक्षा केंद्र तोड़ दिया गया था। उसके बाद रामबाई स्मृति महाविद्यालय को केंद्र बनाया गया। वहां से भी लगातार नकल की शिकायत मिल रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने हुए बवाल के बाद बुधवार को संबंधित केंद्र की परीक्षा निरस्त कर दी है। साथ ही दोनों कॉलेजों का परीक्षा केंद्र बदल दिया है। 18 मई से होने वाली शेष परीक्षाएं पेंटियम प्वाइंट कॉलेज रीवा में होंगी।
नकल पर लगाम लगते देख हंगामा करने वाले परीक्षार्थियों ने पहले तो जमकर उत्पात मचाया। लेकिन जब केंद्राध्यक्ष की ओर से थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई तो परीक्षार्थी बैकफुट पर आ गए। कई परीक्षार्थियों ने कुलपति को पत्र लिखकर क्षमा याचना की है। हालांकि कुलपति की ओर से परीक्षार्थियों के पत्र पर अभी तक कोई विचार विमर्श नहीं किया गया है।