उन्हें अतिशीघ्र स्कॉलरशिप दिलाई जाए। विश्वविद्यालय के पुरुष छात्रावास के भवन की मरम्मत नहीं हुई है। वहां गंदगी है जिस कारण आए दिन वहां के छात्र बीमार हो रहे हैं। छात्रावास को दुरुस्त कराने की मांग की। जिला सह संयोजनक भास्कर मिश्रा ने कहा कि, कई छात्रों की उत्त्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अनियमितता हुई है।
पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन किया, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। उत्तर पुस्तिका का पुर्न मूल्यांकन करा कर परिणाम घोषित किया जाए।
गाइड को लेकर हो रही दिक्कत
छात्रों ने बताया कि, पीएचडी प्रवेश परीक्षा में जिन छात्रों के कम अंक आए उन्हें गाइड से अनुमति मिल गई। अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थी इधर – उधर भटक रहे हैं। गाइडों की कुल सीटें बढ़ाई जाए। छात्रों को गाइड उपलब्ध कराया जाए। विश्वविद्यालय में जिन छात्रों ने पीजी एवं एमफिल की है वह पीएचडी प्रवेश परीक्षा में सफल हुए हैं विश्वविद्यालय उन्हें प्राथमिकता दे। एमएसडब्ल्यू की परीक्षा निर्धारित सत्र के अनुरूप समय पर हो।
कैंटीन एवं ऑनलाइन सेंटर की व्यवस्था
जिला संयोजक विवेक पाण्डेय ने बताया कि, विश्वविद्यालय कैंपस में कैंटीन एवं एमपी ऑनलाइन सेंटर सुचारू रूप से चल सके इसकी व्यवस्था की जाए। विश्वविद्यालय में एनसीसी ट्रेनिंग का अभाव है, व्यवस्था कराई जाए।
विश्वविद्यालय परिसर एवं विभागों में शीतल पेयजल उपलब्ध नहीं है उनमें वाटर कूलर की व्यवस्था की जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान इकाई मंत्री लाल सुंदर, उपाध्यक्ष आशुतोष तिवारी, उपाध्यक्ष उदित नारायण मिश्र, छात्रावास इकाइ अध्यक्ष अनुज तिवारी, छात्रावास इकाइ मंत्री शुभकरण चौधरी, निखिल, अजय लाल, वैभव, आशीष कुशवाहा सहित कई विभागों में आधा सैकड़ों से ज्यादा छात्र मौजूद रहे।