मंगलवार को यहां एक नाबालिग नयी किताबें ठेले में बिक्री करने लिए पहुंच गया। उसके पास एक बोरी किताबें थी जिसे वह ठेले वाले को रद्दी के भाव में बेंचने आया था। लोगों ने जब किताबों को चेक किया तो वह चालू सत्र की कक्षा 10वीं की थी। पूछताछ में उसने उत्कृष्ट विद्यालय से किताब लाने की जानकारी दी।
बताया कि किताबें स्कूल के बाहर पड़ी थी जिसे वह बिक्री करने के लिए ले आया। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किताबों को जब्त कर लिया है और बच्चे को पूछताछ के लिए थाने ले गई है।
बच्चों को नहीं वितरित की किताबें
ये किताबें इस वर्ष बच्चों को वितरित करने के लिए स्कूल को आवंटित की गई थी लेकिन लॉक डाउन के कारण किताबों का वितरण नहीं हो पाया। अब किताबें स्कूलों में लावारिस हालत में पड़ी है जिनकी सुरक्षा को लेकर खुद स्कूलों के शिक्षक भी गंभीर नहीं है।
ये किताबें इस वर्ष बच्चों को वितरित करने के लिए स्कूल को आवंटित की गई थी लेकिन लॉक डाउन के कारण किताबों का वितरण नहीं हो पाया। अब किताबें स्कूलों में लावारिस हालत में पड़ी है जिनकी सुरक्षा को लेकर खुद स्कूलों के शिक्षक भी गंभीर नहीं है।
जैसा कि बच्चे ने बताया…
उसके घर की आर्थिक स्थिति लॉक डाउन के कारण अच्छी नहीं है। घर में अर्थाभाव चल रहा है, परेशन है और कबाड़ बिनकर बेचता है। स्कूल के पास किताबें पड़ी थी जिससे वह किताबें उठाकर बिक्री करने के लिए लाया था। हालांकि उसकी बातों में कितनी सत्यता है यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा।
उसके घर की आर्थिक स्थिति लॉक डाउन के कारण अच्छी नहीं है। घर में अर्थाभाव चल रहा है, परेशन है और कबाड़ बिनकर बेचता है। स्कूल के पास किताबें पड़ी थी जिससे वह किताबें उठाकर बिक्री करने के लिए लाया था। हालांकि उसकी बातों में कितनी सत्यता है यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा।