– मोहल्ले में प्रवेश के लिए एक मार्ग
शहर के नेहरू नगर को मॉकड्रिल के दौरान पूरी तरह सील कर दिया गया था। पूरे क्षेत्र में प्रवेश के लिए सिर्फ एक मार्ग और निकासी के लिए भी एक ही मार्ग रखा गया था। मॉकड्रिल में यह दिखाया गया कि यदि कोई व्यक्ति जांच में कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाया जाता है तो उसके रहने के स्थान के क्षेत्र को सुरक्षित कर मोहल्ले और घरों की स्क्रीनिंग की जाती है। मरीज के परिवार के सदस्यों की जांच की जाकर उनके सेम्पल पैथॉलाजिकल लैब भेजे जाते हैं। मॉकड्रिल के दौरान नेहरू नगर के 100 घरों का परीक्षण किया गया। आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित एएनएम, निगमकर्मी व शिक्षकों की टीम ने घर-घर जाकर सर्वे किया। लोगों को समझाइश देने के साथ घर में ही रहने की सलाह दी गई।
– पूरे क्षेत्र को किया सेनेटाइज
माकड्रिल के दौरान नगर निगम की ओर से मशीनें और कर्मचारियों को भेजकर पूरे चिन्हित क्षेत्र को सेनेटाइज किया गया। इस दौरान घरों एवं गाडिय़ों को सेनेटाइज किया गया। मॉकड्रिल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पीडि़त मरीज को घर से निकालकर चिकित्सालय ले जाने तथा अन्य व्यवस्थाओं का पूर्वाभ्यास किया गया।
– टाइमिंग मेंटेन नहीं कर पाए
पूर्व से निर्देशित किया गया था कि सुबह ११ बजे से दोपहर तीन बजे के बीच माकड्रिल आयोजित किया जाएगा। कुछ कर्मचारी तो पहुंच गए थे लेकिन उनमें समन्वय बनाने वाले अधिकारी निर्धारित समय पर नहीं पहुंच पाए। जिसके चलते करीब पौन घंटे की देरी से कंट्रोल रूम से टीम भेजी गई।
– 50 टीमें और हुई गठित
माकड्रिल के साथ ही शहर के अब कुछ प्रमुख क्षेत्रों में घर-घर स्क्रीनिंग कराई जाएगी। इसके लिए ५० टीमें और गठित की गई हैं। अभी यह निर्धारित नहीं किया गया है कि कहां पर यह टीम स्क्रीनिंग करेगी। न्यू बसस्टैंड में स्थित समदडिय़ा होटल में बनाए गए कंट्रोल रूम में टीमों के सदस्यों को स्क्रीनिंग से जुड़ी जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि टीमें अभी गठित की जाएंगी और आपात स्थिति में इन्हें संबंधित मोहल्लों में भेजा जाएगा।
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कोरोना संक्रमित पाए जाने पर कैसे कंटेनमेंट एरिया चिन्हित कर कार्य किया जाएगा। इसके लिए माकड्रिल की गई है। नेहरू नगर में 100 मकानों में टीमें भेजी गई थी। स्क्रीनिंग के साथ ही रहवासियों को आवश्यक वस्तुएं किस तरह से पहुंचाएंगे, इसका भी अभ्यास किया गया। हमारी तैयारियां पूरी हैं।
बसंत कुर्रे, कलेक्टर रीवा
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