मनगवां थाना अन्तर्गत मढ़ीखुर्द गांव में जमुना सिंह 70 वर्ष की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या की गई थी जिनका शव घर के अंदर बरामद हुआ था। हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने घटना की जांच शुरू की तो वृद्ध की पत्नी श्यामवती सिंह 65 वर्ष पर ही पुलिस के शक की सुई टिक गई। महिला घटना के समय खुद गंगेव बाजार सामान खरीदने जाने की जानकारी दे रही थी। पुलिस ने महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो उसने घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है। घटना दिनांक को महिला का पति के साथ विवाद हुआ था।
पति उसको गालियां दे रहा था जिससे नाराज होकर महिला ने कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया। जब वह घायल हो गया तो अपना अपराध छिपाने के लिए उसने हत्या कर दी। घटना के बाद उसने घर के अंदर पड़े खूंन के छींटों को साफ किया था और घर में ताला बंद करके चली गई। पुलिस ने महिला को न्यायालय में पेश कर दिया जहां से उसको जेल भेज दिया गया है। इस हत्याकांड के खुलासे में थाना प्रभारी मृगेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक अभिषेक पटेल, एएसआई देवेन्द्र शुक्ला, आरक्षक वीरेन्द्र शुक्ला, आरक्षक चंद्रभान जाटव, आरक्षक शुभम द्विवेदी, आरक्षक प्रदीप उइके, आरक्षक कमलेश भूर्तिया, आरक्षक रेशू अग्निहोत्री ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
घटना के बाद पुलिस को महिला पर संदेह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सकों ने उसकी मौत 24 घंटे पूर्व होने की जानकारी दी थी। उसकी हत्या सुबह दस से ग्यारह बजे के बीच हुई थी और उस समय महिला घर में थी। महिला के घर में गांव की एक लड़की मोबाइल चार्ज करने आती थी। घटना दिनांक को भी वह मोबाइल चार्ज करने आई थी तो वृद्ध को घर में ताला बंद करके जाते देखा था। तभी पुलिस को उस पर संदेह हुआ।