रामनई के समीप ऑटो सड़क के किनारे सवारी उतार रहा था। उसी दौरान पीछे से आ रही बाइक को तेज रफ्तार जीप ने टक्कर मार दी जिससे बाइक सामने ऑटो से उतर रही सवारी से टकरा कर गिर गई। इस दौरान पांच लोग सड़क में गिर गये। तभी पीछे से एक तेज रफ्तार बस आ रही थी जिसने घायल अवस्था में पड़े तीन लोगों को कुचल दिया जिसमें उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल का दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाला था। तीनों लोगों के शव सड़क में बिखरे हुए थे। पुलिस की सूचना पर तत्काल एम्बुलेंस आ गई जिसने गंभीर रूप से घायल दो लोगों को उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया गया। हादसे के बाद आरोपी बस व जीप का चालक मौके से फरार हो गये है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस मोटर साइकिल के पीछे ही लगी हुई थी। जैसे ही यह हादसा हुआ तो रफ्तार अधिक होने की वजह से चालक बस पर नियंत्रण नहीं रख पाया और वह तीन लोगों को कुचलते हुए निकल गई।
इस हृदय विदारक हादसे में मरने वालों की पहचान राजकुमार मिश्रा (35) निवासी गोरगांव, उपेन्द्र सिंह (28 )निवासी जोगनिहाई, विकास सिंह (27) वर्षनिवासी महसुआ के रूप में हुई है। एक घायल की पहचान देवराज कचेर निवासी रायपुर कर्चुलियान के रूप में हुई है। वहीं एक अन्य घायल का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
इस हादसे के बाद हाइवे में जाम लग गया था। सड़क में शव व घायल पड़े हुए थे जिसकी वजह से आवागमन रुक गया।पुलिस मौके पर पहुंची जिसने दूसरी ओर से आवागमन शुरू करवा दिया। शवों को हटाने के करीब आधे घंटे बाद सड़क में आवागमन सामान्य हो गया था। सड़क में काफी ज्यादा भीड़ एकत्र हो गई थी जिनको भी पुलिस ने किनारे करवाया।
घटनास्थल पर घायलों की मदद करने के लिए ऐसे मददगार भी सक्रिय थे जिन्होंने घायल की जेब से 1900 रुपए निकाल लिये। मददगार पर एम्बुलेंस के स्टॉफ की नजर पड़ गई जो उस मददगार को एम्बुलेंस में बैठाकर रीवा ले आये। उसकी नजर घायल की चेन पर भी थी लेकिन वह सफल नहीं हो पाया।एम्बुलेंस स्टॉफ उस मददगार को चौकी लेकर गये जहां उसके पास से 1900 रुपए लेकर पुलिस के पास जमा करवाया।