सरकार ने जिले में 29 जिला पहुंच मार्ग और 4 मुख्य जिला पहुंच मार्ग बनाने के लिए 2014 में 165.11 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। कुल 169 किलोमीटर सड़क बनानी थी, जिसमें 132.69 किमी ग्रामीण सड़क व जिला पहुंच मार्ग और इसके अतिरिक्त 4 मुख्य जिला पहुंच मार्ग में 36.66 किलोमीटर सड़क बनानी थी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने टेंडर भी जारी कर दिए, लेकिन समय पर ठेकेदार सड़कों का निर्माण नहीं कर पाए। तीन साल में सिर्फ ६६ किलोमीटर सड़क ही बनी है। वर्तमान में २३ सड़कें अधूरी पड़ी हैं, जिसमें ग्रामीण हिचकोले खा रहे हैं, वहीं एक सड़क का कार्य ही प्रांरभ ही नहीं हुआ है।
बनने के साथ टूटने लगी सड़क
आधी-अधूरी सड़कों का निर्माण होने से बनी सड़कें भी टूटने लगी हैं। कई जगह सड़कों में निर्माण के दौरान मिट्टी व गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। ठेकेदारों द्वारा अन्य कोई वकैल्पिक व्यवस्था नहीं बनाने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किरहाई से चौखड़ी मार्ग पिछले तीन सालों में नहीं बन पाया है। इससे ग्रामीण को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है, स्थित ये है कि बारिश में मुख्य मार्गों से गांव का संपर्क ही टूट जाता है।
आधी-अधूरी सड़कों का निर्माण होने से बनी सड़कें भी टूटने लगी हैं। कई जगह सड़कों में निर्माण के दौरान मिट्टी व गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। ठेकेदारों द्वारा अन्य कोई वकैल्पिक व्यवस्था नहीं बनाने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किरहाई से चौखड़ी मार्ग पिछले तीन सालों में नहीं बन पाया है। इससे ग्रामीण को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है, स्थित ये है कि बारिश में मुख्य मार्गों से गांव का संपर्क ही टूट जाता है।
9 सड़कें ही पूरी
तीन साल से नौ सड़कें ही पूरी हो पाई हैं। इनमें ७ ग्रामीण से जिला पहुंचमार्ग एवं दो मुख्य जिला पहुंच मार्ग शामिल हैं। ठेकेदारों द्वारा सड़क निर्माण समय पर पूर्ण नहीं करने के बावजूद विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।
तीन साल से नौ सड़कें ही पूरी हो पाई हैं। इनमें ७ ग्रामीण से जिला पहुंचमार्ग एवं दो मुख्य जिला पहुंच मार्ग शामिल हैं। ठेकेदारों द्वारा सड़क निर्माण समय पर पूर्ण नहीं करने के बावजूद विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।
फैक्ट फाइट
33 सड़कों का जिले में होना था निर्माण
169.27 किलोमीटर बननी थी सड़क
132 किलोमीटर बीओटी डामर सड़क
36.66 किलोमीटर सीसी सड़क थी
165.11 करोड़ रुपए हुए थे स्वीकृत
66.96 किलोमीटर सड़क का ही हुआ निर्माण बजट नहीं मिलने से कार्य प्रभावित
इस संबंध में केपी लखेरा, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग ने बताया कि सड़कों का निर्माण बजट नहीं मिलने के कारण प्रभावित हुआ है। फिर भी अधूरी सड़कों को निर्माण शीघ्र पूरा कराने प्रयास किया जा रहा है।
33 सड़कों का जिले में होना था निर्माण
169.27 किलोमीटर बननी थी सड़क
132 किलोमीटर बीओटी डामर सड़क
36.66 किलोमीटर सीसी सड़क थी
165.11 करोड़ रुपए हुए थे स्वीकृत
66.96 किलोमीटर सड़क का ही हुआ निर्माण बजट नहीं मिलने से कार्य प्रभावित
इस संबंध में केपी लखेरा, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग ने बताया कि सड़कों का निर्माण बजट नहीं मिलने के कारण प्रभावित हुआ है। फिर भी अधूरी सड़कों को निर्माण शीघ्र पूरा कराने प्रयास किया जा रहा है।