ऐसे बनाई नई जबान
प्लास्टिक सर्जरी के जरिए डॉ. अजय पाठक व डॉ. सिद्धार्थ सिंह ने नई जबान बनाने का कारनामा किया। सबसे पहले हाथ की चमड़ी को निकाला गया और उसकी नसों को निकाल दिया। इस चमड़ी को गर्दन की नसों से जोडकऱ गले के अंदर से मुंह में ऑपरेशन करके आधी जबान से जोड़ दिया गया। इससे जबान पूरी हो गई।
मरीज अभी अस्पताल में ही है। उसे एक दिन वेंटीलेटर पर रखा गया। इसके बाद उसको जब तक जबान ठीक नहीं हो जाती, नाक की नली से भोजन व पानी देने की व्यवस्था की गई है। पंद्रह से बीस दिन यह क्रम चलेगा। इसके बाद मरीज सामान्य रूप से भोजन कर सकेगा। वह बातचीत भी सामान्य रूप में कर सकेगा। उसे कोई दिक्कत नहीं होगी।
इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ. योगेश्वर शुक्ला, डॉ. अजय पाठक, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, डॉ. अखिलेश पटेल, डॉ. महेन्द्र सिंह, डॉ. एल सिंह सहित तकनीकी एवं नर्सिंग स्टॉफ शामिल रहा। इस टीम ने पहले भी जबड़े के कैंसर का कठिन ऑपरेशन किया था।