ग्रामीण इलाकों में लगातार हो रही चोरियों को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने मनगवां पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए थे जिस पर थाना प्रभारी सतीश मिश्रा ने स्टाफ के साथ रविवार को संदिग्ध अवस्था में घूमते दो लोगों को पकड़ा था। पहले तो पुलिस को गुमराह करते रहे लेकिन बाद में उन्होंने चोरियों को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में राकेश गोड़ पिता धर्मदास 36 र्ष निवासी सेंदहा थाना गढ़ व फुलेल गोड़ पिता बंदेलाल गोड़ 30 वर्ष निवासी बौडऱा थाना गढ़ शामिल है। उनके पकड़े जाने के बाद गिरोह के दो सदस्य मनोज गोड़ निवासी सेंदहा व शिवेन्द्र गोड़ निवासी पनगड़ी चौकी लालगांव फरार हो गए।
पुलिस ने उनके कब्जे से भारी मात्रा में जेवर बरामद किए है जिसमें 4 मनचली, 6 अंगूठी, सोने की लाकेट, चांदी की सकरी, मंगलसूत्र, चार मोबाइल सहित ढाई लाख रुपए कीमत का माल शामिल है। पुलिस उनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। यह गिरोह मनगवां के साथ गढ़, लालगांव इलाके में भी काफी चोरियां किया है। पुलिस अब इनसे सारी घटनाओं के संबंध में जानकारी जुटा रही है। उक्त बदमाशों को पकडऩे में एएसआई जगत सिंह, आरक्षक अशोक सिंह, आरक्षक अखिल सिंह, संजीव सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही जिनको एसपी ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
पकड़ गए बदमाश बेहद शातिर है और आसानी से किसी भी घटना को स्वीकार नहीं करते है। पुलिस जब उनको माल बरामद करने घर लेकर गई तो उन्होंने घर की दीवालों को तोड़कर चोरी का माल निकाला। दीवाल में गड्ढा खोदकर उसमें माल भरकर ऊपर मिट्टी से दबा दिए थे। यह गिरोह ज्यादातर दिन के समय रेगी करता था और ऐसे घरों का चयन करता था जो बस्ती से थोड़ा बाहर हो। रात में सब्बल से दीवालों में सेंध लगाकर अंदर घुसते थे और सारा माल समेटकर चंपत हो जाते थे।