सवर्ण सेना के कुछ कार्यकर्ता मंत्री राजेन्द्र शुक्ला के घर में घुसने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें सख्ती से रोक दिया। वहीं सांसद के आवास पर पार्षदों ने धरना दिया है। हालांकि कलेक्टर ने सांसद, विधायकों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के आवास पर पुलिस का सख्त पहरा लगाया है। साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए आठ कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। सुबह से ही शहरे के बड़े बाजार शिल्पी प्लाजा सहित अन्य मार्केट की दुकानें व्यापारियों ने बंद रखी थी। वहीं पेट्रेल पंप, ऑटो एवं बसें भी बंद रही। जिससे बस स्टैण्ड में सन्नाटा रहा। हालांकि इससे यात्रियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा।
एट्रोसिटीज एक्ट के लेकर भाजपा व कांग्रेस विधायक व सांसदो की मौन स्वीकृति पर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। आक्रोश का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत बंद के दौरा सवर्ण समाज के कार्यकर्ताओं ने अमहिया स्थित राजेंद्र शुक्ला के घर में घुसने का प्रयास किया है। लेकिन इन समर्थकों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। कार्यकर्ता पुलिस के हस्ताक्षेप बाद नारेबाजी करते हुए वापस लौट आए।
भारत बंद के समर्थन में दवा व्यापारी संघ ने भी समर्थन में अपना व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर रखा। इसके चलते शहर के अस्पताल चौराहा एवं मेडिकल कालेज के सामने स्थित दवा बाजार पूरी तरह से बंद रहा है। हांलाकि अस्पताल के अंदर संचालित दवाओं को सवर्ण समाज ने बंद नहीं कराया है। इसके अतिरिक्त शहर के मुख्य बाजार शिल्पी प्लाजा, सिरमौर चौराहा, प्रकाश चौराहा सहित पूरे बाजार में सन्नाटा पसरा रहा है।
हाइवे जाम
भारत बंद के समर्थन में बस ओनर्स एसोसिएशन एवं ऑटो यूनियन पहले से समर्थन में अपनी सेवाएं बंद रखा है। वहीं रीवा इलाहाबाद एवं रीवा बनारस के राष्ट्रीय राज्यमार्ग में सवर्ण सेना वाहनों का आवागमन रोक दिया है।
भाजपा सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट के उलट लाए गए अध्यादेश के खिलाफ सवर्ण समाज में आक्रोश है। इसके दोपहर सवर्ण समाज के कार्यकताओं ने बंद के दौरान ढेकहा स्थित भाजपा कार्यालय में अंदर घुसने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने कार्यालय के बाहर ही जमकर भाजपा के विरोध में नारेबाजी की।
पुलिस कंट्रोल रूम में घुसने का प्रयास
पुलिस ने भारत बंद के समर्थन के दौरान दो बाइक सवारों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जैसे ही इसकी खबर सवर्ण समाज को लगी। उन्होंने कंट्रोल रूम के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ देर बाद प्रदर्शन कर शांति पूर्ण वापस लौट गए।
सांसद का घेराव
एससी-एसटी एक्ट के विरोध को लेकर सांसद जर्नादन मिश्रा के सिविल लाइन स्थित आवास के सामने निर्दलीय पार्षद नम्रता सिंह ने सुबह से ही धरने में बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।