इसलिए गति नहीं पकड़ पाया नगर निगम
तत्कालीन संभागायुक्त शर्मा ने शुरुआत में सख्त रुख अपनाया था और निगम की आय बढ़ाने के लिए सख्ती के साथ वसूली करने के निर्देश दिए थे। शहर में इसका असर भी देखने को मिला लेकिन जैसे ही उनका स्थानांतरण हुआ तो वसूली की गति धीमी पड़ गई। उनके कार्यकाल में कई सालों से संपत्ति कर, जलकर व दुकानों का किराया जमा न करने वालों से भी राशि जमा करवाई गई।