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सागर

एक्सीलेंस स्कूल से अनुभवी शिक्षक हुए बाहर,बच्चे भुगतेंगे खामियाजा, ये है इसकी वजह

मिडिल के शिक्षकों को सौंपे प्रमुख विषय

सागरOct 06, 2018 / 10:36 am

sunil lakhera

patrika

An experienced school teacher came out Excellence School

सागर. जिले के एक्सीलेंस स्कूल पढऩे वाले विद्याथियों के लिए शिक्षक भी उत्कृष्ट हों, इसके लिए २४ जुलाई २०१७ को राज्य स्तर पर परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा पास करने वाले शिक्षक एक्सीलेंस स्कूल में पढ़ाने पहुंच गए हैं और यहां से पुराने २२ शिक्षकों को दूसरे स्कूल भेजा जा चुका है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की वजह से यह प्रक्रिया देरी से हुई।
गुरुवार को ही पुराने शिक्षकों को अन्य स्कूलों में भेजने के लिए आर्डर जारी हुए हैं, लेकिन यहां हैरान करने वाली बात यह है कि उत्कृष्ट शिक्षक परीक्षा में पूरी पारदर्शिता ही नहीं बरती गई।
एक्सीलेंस स्कूल में अब भी कई पुराने शिक्षक जमे हुए हैं, जिन्होंने परीक्षा नहीं दी थी और कई शिक्षक ऐसे भी हैं जो परीक्षा में फेल भी हुए और अब भी पढ़ा रहे हैं। वहीं यहां से अनुभवी शिक्षक बाहर कर दिए गए हैं, अब नए व बगैर अनुभव प्राप्त शिक्षक यहां पढ़ाएंगे।
वहीं मिडिल स्कूल के शिक्षकों को बना दिया विषय प्रमुख
एक्सीलेंस स्कूल में उत्कृष्ट पदों के चयन के बाद २८ नए शिक्षकों की भर्ती हुई है, इसमें चार शिक्षक ऐसे हैं जो परीक्षा में मिडिल स्कूल से चयनित होकर आए हैं। यहां हैरान करने वाली बात यह है ऐसे शिक्षकों को विषय प्रमुख बना दिया। इससे छात्र-छात्राओं को नए सेटअप के साथ पढ़ाई करने में भी परेशानी आ रही है। अब एक्सीलेंस स्कूल में मिडिल स्कूल के शिक्षक पढ़ा रहे हैं और अनुभवी शिक्षकों का लाभ बच्चों को नहीं मिल रहा है। जानकारी के अनुसार यहां जेके जैन, सुरेश चंद जैन, प्रशांत रेजा और पुष्पा लोधी मिडिल स्कूल से आई हैं। जेके जैन मिडिल में एचएम थे और अब यहां प्रमुख विषय गणित का मुख्य शिक्षक का जिम्मा दे दिया है।
मनमर्जी कम-बढ़ गए पद
यह परीक्षा जब २०१७ में आयोजित की गई थी। राज्य स्तर से चयन परीक्षा का आयोजन किया गया। रिजल्ट आने के बाद जिला स्तर पर पूरी काउंसलिंग हुई है। ऐसे में डीइओ ऑफिस से मनमर्जी से पद घटाए और बढ़ा भी दिए गए हैं। एक्सीलेंस स्कूल में कुल ३९ पद हैं। इनमें से ६ पद गणित के लिए थे, जो घटाकर ३ कर दिए हैं। इसके अलावा अंग्रेजी के ३ पद थे, जिन्हें बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। शिक्षकों की मनमर्जी से भर्ती के लिए पद घटा और बढ़ा दिए गए हैं। गणित विषय में अब यहां एक व्याख्याता, एक एचएम और एक यूटीडी है। इससे पहले यहां ६ व्याख्याता थे। एक्सीलेंस स्कूल में २२ एेसे शिक्षक थे, जो अनुभवी थे। लेकिन इन्हें बाहर कर दिया। जबकि एेसे कुछ गैरअनुभवी शिक्षक बाहर नहीं किए हैं, जिन्हों न तो परीक्षा दी और कुछ परीक्षा देने के बाद भी फेल हो गए।
ये जमे यहीं
एक्सीलेंस स्कूल में व्याख्याता अनुराग चतुर्वेदी गणित के शिक्षक हैं, इन्होंने परीक्षा नहीं दी थी। इसके बावजूद ये यहीं पढ़ा रहे हैं। इसके अलावा अन्य व्याख्याताओं को अन्य स्कूलों में पदस्थ कर दिया है।
केमेस्ट्री के शिक्षक निर्भय पटेल ने परीक्षा दी है और ये पास नहीं हुए। ये भी यहां पढ़ा रहे हैं। शिक्षिका सुधा शर्मा ने परीक्षा नहीं दी थी, वे भी यहां पढ़ा रही हैं।
इसलिए नहीं दी परीक्षा
२०१७ में परीक्षा का आयोजन राज्य स्तर पर हुआ था। जानकारों का कहना है कि जब परीक्षा हुई तो राज्य स्तर से चयन किया जा रहा था, यहां जिला बदल जाने की संभावना के चलते कई शिक्षकों ने परीक्षा नहीं थी। लेकिन बाद में नियम शिथिल कर जिला स्तर पर पूरी प्रक्रिया आयोजित हुई। करीब डेढ़ साल बाद शिक्षकों की काउंसलिंग हुई है और जिले के प्रमुख स्कूल में ही २८ शिक्षकों की भर्ती हाल ही में की गई।
शासन की निति के अनुसार पद संरचना की है, यदि कोई विसंगति है तो उसे दूर किया जाएगा।
धीरेन्द्र मिश्रा, सहायक संचालक शिक्षा विभाग

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