उनके पैन कार्ड की जानकारी विभाग के अधिकारी स्वर्ण आभूषण कारोबारियों से मांग करेंगे।जानकारी नहीं देने या इस संबंध में अनभिज्ञता जाहिर करने वाले स्वर्ण कारोबारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।
असल में मंगलवार को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट के चलन पर रोक लगाई, वैसे ही लोगों ने सोने-चांदी के आभूषणों की खरीद करनी शुरू कर दी। वायरल समाचार में एेसा भी कहा गया कि दुकानदार पुरानी तिथि से माल बेचकर अपनी बिक्री को दर्शा रहे हैं।
इस प्रकार की सूचना के बाद हरकत में आए विभाग के अधिकारी स्वर्ण कारोबारियों के यहां पड़ी बिल बुक पर स्टेपल और मुहर लगाने की तैयारी कर ही रहे थे, तभी दुकानदारों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद करना शुरू कर दिया। शनिवार को दूसरे दिन भी सर्राफा कारोबारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
तैनात किए कार्मिक आयकर विभाग के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कर चोरों के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर विभाग ने अपने कार्मिकों को तैनात किया है। एेसी सूचना है कि हवाला कारोबार से जुड़े लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
काली कमाई को ठिकाने लगाने के लिए अधिकांश बड़े शहरों में लोग लाखों रुपए की ज्वेलरी खरीद करते नजर आ रहे हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस पेशे पर भी यहां के अधिकारी नजरें रखे हुए हैं।
बताया जाता है कि विभाग ने पिछले तीन दिनों में कई स्वर्ण आभूषण खरीददारों की जानकारी जुटाई है, जिनकी पुष्टि होने के बाद उनसे खरीद के सोर्स जुटाए जाएंगे। खरीददार को डरने की जरूरत नहीं
बिल से ज्वेलरी की खरीद करने वाले आम व्यक्तियों को डरने की जरूरत नहीं है। विभाग ने अपने स्तर पर जानकारियां जुटानी शुरू कर दी है। जरूरत पडऩे पर इसकी जानकारी स्वर्ण कारोबारियों से ली जा सकती है।
आर.एस. मीना, मुख्य आयकर आयुक्त बीकानेर