श्रीराम कथा
सागर•May 16, 2022 / 09:50 pm•
sachendra tiwari
Bina’s real name is Veena, which gives voice in life – Pithadhishwar
बीना. बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री ने नौवें दिन की कथा सुनाकर, सोमवार को कथा विराम हुई। उन्होंने कहा कि बीना का सही नाम वीणा है, जो जीवन में स्वर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि जीवन की पहली अवस्था में 25 वर्ष तक शिक्षा ग्रहण करना चाहिए, फिर 50 वर्ष तक मेहनत, ईमानदारी से धन कमाना चाहिए, तीसरी अवस्था में पुण्य कमाना चाहिए और सभी कार्य भगवान का नाम लेकर ही करना चाहिए। मनुष्य को कान सत्संग सुनने के लिए, जीभ भजन करने के लिए, आंखे संत दर्शन के लिए, पांव तीर्थ यात्राएं करने के लिए और हाथ दान देने के लिए हैं। रात सोकर और दिन खाकर जीवन निकालने के लिए नहीं हैं। बड़े भाग्य से मनुष्य तन मिलता है उसमें अभिमान छोड़कर भजन करना चाहिए। आगे की कथा में सूर्पनखा के नाक कान काटने, सीता हरण की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि रावण ने सीताजी की छाया का हरण किया था। जब रावण सीताजी का हरण कर ले जा रहा था, तो कोई देवी, देवता बचाने नहीं आए, सिर्फ जटायु आए थे। पीठाधीश्वर ने शबरी प्रसंग सुनाते हुए कहा कि शबरी बचपन से ही श्रीराम नाम का भजन करती थीं। परिवार वालों ने जब शादी करनी चाही तो वह मतंग मुनि के आश्रम में जाकर रहने लगीं। दस हजार वर्ष का इंतजार करने के बाद भगवान श्रीराम शबरी के पास पहुंचे और दर्शन दिए। गुरु कृपा, गुरु वचन, गुरु की सेवा करने से भगवान भक्त को ढूंढ़ते आते हैं। शबरी को नौदा भक्ति भी बताई, जिसमें संतों का संत, कथा में प्रीति, अभिमान से छोड़कर गुरु की सेवा करना, भगवान का गुणगान करो, दृढ़ विश्वास कर रामनाम मंत्र जप करो, सज्जनों का संग, संतों को भगवान से अधिक मानो, जो प्राप्त है वह प्रर्याप्त है और सरलता के साथ छल कपट छोड़कर श्रीराम की भक्ति करो। शबरी माता सुग्रीम का पता बताती हैं। हनुमान जी श्रीराम से मिलते हैं और फिर वह सुग्रीव से मित्रता होती है। हनुमान जी समुद्र पार कर लंका सीताजी का पता लगाने जाते हैं। भगवान श्रीराम का अयोध्या में राज्याभिषेक किया गया।
मंत्री, कलेक्टर, एसपी पहुंचे कथा स्थल
रविवार को कथा पंडाल में नारियल वितरण के दौरान हुई धक्का मुक्की होने के बाद सोमवार को कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी तरुण नायक ने कथा स्थल का निरीक्षण किया और पीठाधीश्वर से चर्चा की। शाम को मंत्री भूपेन्द्र सिंह, विधायक महेश राय कथा स्थल पहुंचे और आरती कर कथा सुनी।