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सागर

लेफ्ट टर्न न क्रॉसिंग में सावधानी की चिंता, वाहन चालक भर रहे फर्राटा

70 फीसदी वाहन चालक ड्राइविंग के दौरान नियमों का नहीं करते पालन

सागरSep 21, 2018 / 10:58 am

Sanket Shrivastava

Carefulness of caution in left turn not crossing driving the driver

Carefulness of caution in left turn not crossing driving the driver

सागर. शहर की बेहाल ट्रैफिक व्यवस्था के लिए पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर प्रयास और संसाधनों की कमी जितनी जिम्मेदार है उससे कहीं ज्यादा बड़ा कारक वाहन चालकों में ट्रैफिक सेंस का अभाव है। शहर के 70 फीसदी वाहन चालक ड्राइविंग के दौरान नियमों का पालन करना भी जरूरी नहीं समझते। यही वजह है कि जितनी दुर्घटना जिले भर में होती हैं उसके बराबरी का ही आंकड़ा शहरी क्षेत्र का भी है। जिला मुख्यालय पर सिविल लाइन चौराहा इकलौती जगह है जहां सिग्नल ट्रैफिक को नियंत्रित करते हैं लेकिन यहां भी लगातार सिग्नल की अनदेखी की जा रही है। एक जनवरी से 18 सितम्बर के बीच ट्रैफिक पुलिस ने अकेले रेड सिग्नल का उल्लंघन करने वाले993 वाहन चालकों पर कार्रवाई कर 496500 रुपए का जुर्माना वसूल किया है। पिछले नौ महीनों में भेड़चाल ट्रैफिक में सुधार के लिए पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर कई अभियान और जागरुकता की मुहिम चलाई जा चुकी है लेकिन वाहन चालकों में अब भी ट्रैफिक सेंस नहीं है।
पुलिस के हटते ही सिग्नल की अनदेखी
सिविल लाइन चौराहे पर सिग्नल व्यवस्था ऑटोमैटिक है, लेकिन यहां वाहन चालक सिग्नल का अदब तक तक ही करते हैं जब तक सामने पुलिसकमी तैनात रहता है। पुलिसकर्मी के हटते या नजर न आने की स्थिति में वाहन चालक मनमर्जी पर उतर आते हैं। सिग्नल लाल हो या दूसरी ओर से वाहन आ रहे हों कोई किसी की परवाह नहीं करता और चौराहे पर व्यवस्था चौपट हो जाती है।
९ माह में ९९३ ने पार किया रेड सिग्नल
पुलिस के आंकड़ों को देखा जाए तो जिले में वाहन चालकों के ड्राइविंग सेंस की हकीकत सामने आ जाती है। जनवरी 2018 से 18 सितंबर 2018 के बीच शहर के इकलौते ट्रैफिक सिग्नल वाले सिविल लाइन चौराहे पर ९९३ वाहन चालकों के विरुद्ध रेड सिग्नल की अनदेखी करने पर 496500 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया है। जो पुलिस की नजर से बचकर गुजर जाते हैं उनकी संख्या बेहिसाब है।

पढ़े-लिखे, लेकिन ट्रैफिक रूल से बेखबर
जिला मुख्यालय पर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले केवल नासमझ या अनपढ़ नहीं हैं, उच्च शिक्षित लोग भी अपनी सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था को ही चौपट करने से बाज नहीं आते। स्कूल बस, स्कूल-कॉलेज के छात्र ही नहीं शिक्षक और अधिकारी वर्ग के लोग भी कभी सिग्नल तोड़कर चौराहा पार करते हैं या बिना बीमा, हेलमेट और बाइक पर तीन सवारी बैठाकर नियम को ताक पर रख ड्राइविंग करते हैं।
यह है सिविल लाइन चौराहा: रेड सिग्नल होने के बाद भी बाइक सवार नहीं रुका, स्कूल बस लेफ्ट टर्न की अनदेखी करते हुए मेन लेन में चली गई और कुछ लोग मनचाहे तरीके से दौड़ाते रहे वाहन
सेंस जागे तो बेहतर हो जाए शहर का ट्रैफिक
&शहर में ट्रैफिक को लेकर लगातार काम किया जा रहा है। अभियान चलाकर जागरुकता के साथ ही सख्ती भी दिखाई जा रही है लेकिन अभी यह पर्याप्त नहीं है क्योंकि लोगों में ट्रैफिक सेंस की कमी है। जरा सी परेशानी से बचने पूरी व्यवस्था को बिगाड़ देते हैं। वाहन चालकों में ड्राइविंग सेंस जागे तो व्यवस्था बेहतर हो जाए।
संजय खरे, डीएसपी ट्रैफिक

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