पढ़े-लिखे, लेकिन ट्रैफिक रूल से बेखबर
जिला मुख्यालय पर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले केवल नासमझ या अनपढ़ नहीं हैं, उच्च शिक्षित लोग भी अपनी सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था को ही चौपट करने से बाज नहीं आते। स्कूल बस, स्कूल-कॉलेज के छात्र ही नहीं शिक्षक और अधिकारी वर्ग के लोग भी कभी सिग्नल तोड़कर चौराहा पार करते हैं या बिना बीमा, हेलमेट और बाइक पर तीन सवारी बैठाकर नियम को ताक पर रख ड्राइविंग करते हैं।
यह है सिविल लाइन चौराहा: रेड सिग्नल होने के बाद भी बाइक सवार नहीं रुका, स्कूल बस लेफ्ट टर्न की अनदेखी करते हुए मेन लेन में चली गई और कुछ लोग मनचाहे तरीके से दौड़ाते रहे वाहन
सेंस जागे तो बेहतर हो जाए शहर का ट्रैफिक
&शहर में ट्रैफिक को लेकर लगातार काम किया जा रहा है। अभियान चलाकर जागरुकता के साथ ही सख्ती भी दिखाई जा रही है लेकिन अभी यह पर्याप्त नहीं है क्योंकि लोगों में ट्रैफिक सेंस की कमी है। जरा सी परेशानी से बचने पूरी व्यवस्था को बिगाड़ देते हैं। वाहन चालकों में ड्राइविंग सेंस जागे तो व्यवस्था बेहतर हो जाए।
संजय खरे, डीएसपी ट्रैफिक