दो दिन पहले नगर निगम आयुक्त ने यह आश्वासन दिया था कि ग्रामीणों की सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और तत्काल टीम भेजकर वहां पर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी, लेकिन गुरुवार को जब ग्रामीणों से निगम की टीम को लेकर पूछा तो उनका कहना था कि यहां पर अब तक अधिकारी तो दूर एक कर्मचारी भी हमारी सुध लेने नहीं आया है।
गौरतलब है कि जब हफसिली स्थित ट्रैंचिंग ग्राउंड में निगम कचरा डंप करता था तो वहां पर भी कुछ एेसे ही हालात बने थे। ग्रामीणों में जहां बीमारियों का प्रकोप बढ़ा था तो गांव के पालतू मवेशी गाय-भैंसों ने बच्चे देना ही बंद कर दिया था। हालांकि तीन साल में कचरा न डलने के बाद अब हफसिली के हालात सुधर गए हैं।
सड़क पर बहने लगी गंदगी
अमावनी में नगर निगम ने वैकल्पिक रूप से ट्रैंचिंग ग्राउंड बनाया था, इसकी जगह भी कम है। यही कारण है कि बीते तीन साल से हर रोज डल रहे कचरे के कारण अब यहां पर बिल्कुल भी खाली जगह नहीं बची है। नगर निगम कचरे को ग्राउंड तक ही सीमित रखने के लिए मशीनें लगाकर दबाने का प्रयास तो कर रहा है, लेकिन इसके बाद भी कचरा अब सड़क पर आने लगा है। बारिश में कचरे से गंदगी रिस-रिसकर सड़क बह रही है और उसी बदबू ने आसपास की फिजा को दूषित कर दिया है।
गांव में बीमारी का प्रकोप बढऩे की आशंका
लगातार मर रहे मवेशियों को देखते हुए अब ट्रैंचिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले लोगों को भी बीमारियों का डर सताने लगा है। यहां गंदगी और मक्खी-मच्छरों के कारण हर घर में एक न एक सदस्य तो बीमारी से ग्रस्त है ही, इसके बाद अब लोगों को गंभीर बीमारियों का डर सताने लगा है। यहां पर खाज-खुजली, आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी, पेट संबंधी बीमारियों का खतरा हर रोज बढ़ रहा है।
गंदगी से कई प्रकार की बीमारियों का खतरा
एक जगह पर यदि भारी मात्रा में गंदगी जमा है और आसपास रहवासी क्षेत्र है। तो वहां के लोगों को संक्रामक बीमारियों का खतरा रहता है। एेसे लोगों को स्किन, श्वांस, लीवर और पेट में सक्रमण जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
डॉ. मनीष जैन, अस्टिेंट प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, बीएमसी
निर्देश दिए थे
मैंने टीम को अमावनी का जायजा लेकर वहां पर स्थिति सुधारने के निर्देश दिए थे। यदि उसके बाद भी टीम नहीं पहुंची यह गंभीर लापरवाही है, सभी को तलब करता हूं।
आरपी अहिरवार, निगमायुक्त