आज देश में ६० प्रतिशत आबादी युवाओं की है। जबकि देश की राजनीति में आज ५० साल के लोग युवा बने घूम रहे हैं। एेसे में आज देश के युवाओं को आगे आकर राजनीति की सुचिता को कायम रखना होगा। राजनीति को वंशवाद, जातिवाद से छुटकारा दिलाना जरूरी है।
किरण पाण्डेय
पत्रिका का यह अभियान बहुत ही शानदार है। युवाओं को जोड़कर राजनीति की स्वच्छ करने का यह यज्ञ जरूर पूरा होगा। समाज सेवा, बेरोजगार और कुछ करने का माद्दा रखने वाले युवाओं को आगे आकर पत्रिका के अभियान से जुडऩा चाहिए, जिससे राजनीति में गलत लोगों के लिए जगह न बचे।
कल्पना अठिया
आज सत्ता और ताकत के लिए राजनीति की जा रही है। युवाओं को और अच्छे लोगों को आगे आकर लोकतंत्र में अपनी सहभागिता देने के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का काम पत्रिका ने किया है। जातिवाद, धर्म के जाल में वोटर्स को फंसाकर उसे इन्हीं चीजों में उलझाकर रखना ही राजनेताओं का पेशा है।
अनीता यादव
दिन प्रतिदिन राजनीति गंदी होती जा रही है, अच्छे लोग कटते जा रहे हैं। सिद्धांतवादी लोग राजनीति से परहेज कर रहे हैं, इसलिए भी गलत और गंदे लोग राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं। राजनीति में बाहुबलियों का प्रवेश जब से हुआ है जब से स्थिति बहुत बिगड़ गई है।
लीला रजक
पहले राजनीति सोशल वर्क थी, लोग समाज सुधार और विकास के लिए राजनीति करते थे, लेकिन आज यह स्वार्थ का जरिया बन गई है। कुछ नेताओं ने तो इसे अपना व्यवसाय बना लिया है। अच्छे लोगों को सामने आकर इस गंदगी को साफ करना होगा।
सईदा खान
विकास के मुद्दों को छोड़कर लोगों को इन्हीं सब में उलझाकर रखना राजनीति का मुख्य ध्येय बन गया है। पत्रिका ने देश की इसी जरूरत को समझकर चेंजमेकर जैसा अवसर दिया है, जिसमें समाज के हर वर्ग को आगे आकर इसमें शामिल होना होगा और राजनीति की स्वच्छता को कायम रखना होगा।
महेंद्र कुर्मी