छात्रों और स्वयंसेवकों को सिखाए आपदा प्रबंधन के गुर
सागर•Sep 19, 2018 / 03:27 pm•
manish Dubesy
Disaster Relief Force Flood Earthquake
बाढ़ और अग्निदुर्घटना में राहत कार्य का प्रशिक्षण दिया
सागर. स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स द्वारा मंगलवार को शहर के कॉलेज, होमगार्ड की आपदा प्रबंधन इकाई के करीब ४०० स्वयंसेवियों को अग्नि दुर्घटना और बाढ़ की स्थिति में बचाव कार्य के तरीके बताए गए। छात्रों और स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन की जानकारी देने के साथ ही उन्हें राजघाट बांध में तैराकी और एसजीएन कॉलेज परिसर में अग्नि दुर्घटना में फंसे लोगों को सुरक्षित बचाने का डेमोस्ट्रेशन भी दिया गया।
ग्वालियर से आई एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स) की टुकड़ी ने प्रभारी एसआइ प्रदीप कुमार के निर्देशन में राहत कार्यों के संबंध में सूक्ष्म लेकिन महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। उन्होंने बाढ़, जल भराव और बहुमंजिला भवन, फैक्ट्रियों में अग्नि दुर्घटना में फंसे लोगों को अभियान चलाकर बचाने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत कराया। होमगार्ड जिला सेनानी संतोष कुमार शर्मा, एसवीएन कॉलेज के निदेशक एवं आपदा प्रबंधन टीम के सदस्य छात्र, राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरू युवा केंद्र के करीब ४०० स्वयंसेवी इस दौरान मौजूद रहे।
एसडीआरएफ यूनिट के जवानों ने फेमलीराइजेशन एक्सरसाइज के दौरान स्वयंसेवक के रूप में राहत कार्यों से जुडे़ लोगों को राजघाट ले जाकर उन्हें तैराकी का प्रशिक्षण दिया। स्वयं सेवकों का अलग से डेटा बेस तैयार कर उन्हें डूबने वाले व्यक्ति को बचाकर बाहर निकालने के संबंध में भी बताया गया। वहीं अग्नि दुर्घटना की स्थिति में ऊंचे भवन में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण दे रही टीम ने दमकल के उपयोग और संसाधन के संबंध में बताकर भी छात्रों का ज्ञानवर्धन किया। भूकंप आने पर कभी भी घर के बीचोंबीच न रहे या तो किसी संदूक या पलंग के नीचे छिप जाएं आ दीवार के कोनों से सट कर खड़े हो जाएं। वहीं बाढ़ आने पर किसी भी प्रकार से निचली जगह जाने से बचें यह बड़ी खतरनाक स्थिति से बचा सकता है.