गायब थे चौकीदार
सागर•Sep 21, 2018 / 10:08 am•
sunil lakhera
district hospital sagar At night Disorder
सागर. जिला अस्पताल, जहां लोग नई जिंदगी पाने आते हैं और शासन-प्रशासन का भी पूरा जोर यहां की सुख सुविधाओं को बढावा देने का पूरा ध्यान है। शासन व प्रशासन के आदेश और स्थानीय अफसर के प्रयास जमीनी स्तर पर कितने हकीकत में मूर्तरूप ले रहे हैं, इसका जायजा लेने के लिए अचानक पहुंच गया रात का रिपोर्टर। यहां उसे नजर आईं दावों के विपरीत हकीकत।
रात-१०.१५ मिनट: सीएमएचओ कार्यालय का स्टोर: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों को बांटी जाने वाली लाखों रुपए की दवाएं सीएमचओ कार्यालय के स्टोर के बाहर पड़ी हुई हैं। इनकी सुरक्षा के लिए कोई भी चौकीदार नहीं और अस्पताल में तैनात सुरक्षागार्ड का भी दूर-दूर तक पता नहीं। बताया जाता है कि दवाओं की खेप दो दिन पहले स्टोर आईं थी, लेकिन इनको स्टोर में सुरक्षित नहीं रखा गया।
रात-१०.३५ मिनट: ट्रामा यूनिट के मुख्यद्वार के चैनल पर लटका हुआ ताला। रात में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों ओपीडी गेट से होकर इस यूनिट में पहुंचना पड़ा। गंभीर स्थिति में मरीज को इस यूनिट में शुरू हुई कैज्युल्टी वार्ड तक पहुंचने १० से १५ मिनट लगे जबकि चैनल खुला होने पर उसका उपचार तत्काल प्रारंभ हो सकता था।
रात- १०.४५ मिनट: बदहाल हो चुकी मर्चुरी में भी काफी अव्यवस्थाएं हैं। यहां सुरक्षा के लिए न तो गेट लगे हैं न ही कोई चौकीदार तैनात है। हैरानी की बात यह है कि रात के वक्त इस मार्ग पर अंधेरा छाया रहता है। वहीं, अंदर लगी ट्यूब लाइटें भी बंद पड़ी हैं।
रात- ११.०० बजे: वार्ड ३ और ४ नंबर पर एक पलंग पर दो-दो लोग लेटे नजर आए। मरीज के पलंग पर लेटे तीमारदारों को न कोई रोकने वाला और न टोकने वाला। इसके बाद भी फर्श पर कुछ लोग लेटे हुए थे। वार्डों में मरीजों की संख्या अधिक है, लेकिन उसके साथ ही परिजनों की भी तादाद ज्यादा है।