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सागर

नोटबंदी से अटकी इनकी सांसें, अचानक धड़कना बंद हुआ हृदय

बीस दिन से शहर में नहीं हुआ ये काम। ठेकेदार के पास श्रमिकों को देने के लिए नहीं हैं छोटे नोट।

सागरDec 05, 2016 / 08:00 am

raktim tiwari

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और यहां व्यर्थ बहा था पानी

पांच सौ और हजार के नोट बंद होने से हृदय (हेरिटेज सिटी डवलपमेंट एंड ऑगमेंटेशन) योजना के तहत शहर में संचालित काम बीते 20 दिन से थमे हुए हैं। ठेकेदार के पास श्रमिकों को मजदूरी देने के लिए छोटे नोट उपलब्ध नहीं होने के कारण मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से आए श्रमिक काम छोड़कर चले गए हैं। नतीजन पहले से मंद रफ्तार से चल रहे हृदय के काम अब निर्धारित एक वर्ष की अवधि में पूरे नहीं हो सकेंगे।
हृदय के अंतर्गत अजमेर के किले से लेकर नया बाजार चौपड़, सरावगी मोहल्ला, लक्ष्मी चौक, बादशाह बिल्डिंग से सोनीजी की नसियां तक मार्ग को हेरिटेज वॉक-वे के रूप में विकसित करने के लिए 5 करोड़ 65 लाख रुपए की योजना है। इसमें पुराने भवनों की मरम्मत, सड़क और नाली निर्माण के साथ अंडर ग्राउंड केबलिंग, हेरिटेज पोल लगाने और पुराने भवनों पर फसाड (रंग-रोगन) का काम कराया जाना है।
मार्ग के बीच में स्थित 114 भवनों में से करीब 25 भवन नए होने के कारण उन्होंने अपने भवन पर फसाड का काम कराने से इन्कार कर दिया है। कुल 90 में से 25 भवनों पर काम पूरा हो गया है और 15 भवनों पर काम चल रहा है।
इसी प्रकार जयपुर रोड प्रीसेंट के तहत गांधी भवन से लेकर स्टेशन रोड पर बीबी के मकबरे तक मार्ग को हेरिटेज मार्ग के रूप में विकसित करना है। तीन करोड़ 54 लाख रुपए की लागत की जयपुर रोड प्रीसेंट योजना में ऐतिहासिक भवनों पर फसाड का काम कराने, मार्ग के बीच आकर्षक डिवाइडर लगाने, रोड़ के दोनों ओर फुटपाथ बनाने, फव्वारे लगाने और साइनेज आदि का कार्य कराया जाना है। निगम की ओर से अक्टूबर महीने में ही काम शुरू कराया गया था। दोनों ही कार्यों का ठेका बीकानेर की मैसर्स रहमत अली फर्म को दिया गया है।
मजदूर छोड़ गए काम

गत 8 नवम्बर को नोटबंदी के कारण ठेकेदार के पास श्रमिकों को मजदूरी के लिए सौ, पचास, पांच सौ और दो हजार के नए नोट उपलब्ध नहीं होने के कारण श्रमिकों को भुगतान नहीं हो सका। नोटबंदी में मजदूरी के टोटे पडऩे से मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से आए श्रमिक काम छोड़कर भाग गए। नया बाजार क्षेत्र में पुरानी बिल्डिंगों पर बीते 20-25 दिनों से काम नहीं हो रहा है। श्रमिक बिल्डिंगों पर बल्लियां लगी छोड़कर चले गए हैं।
फैक्ट फाइल

1. अजमेर के किले से नसियां तक हेरिटेज वॉक-वे : कुल लागत-5 करोड़ 65 लाख

. पुराने भवनों की मरम्मत और रंगरोगन : कुल लागत- 3 करोड़ 65 लाख

. मार्गों पर कुल भवन – 114 : अब तक काम हुआ -25 भवन, अभी चल रहा काम : 18 भवन, काम शुरू हुआ – मई 2016 में, काम बंद पड़ा – 15 नवम्बर से
2. गांधी भवन चौराहा से बीबी का मकबरा तक जयपुर रोड प्रीसेंट

मार्ग में स्थित पुराने भवन – 12, काम शुरू हुआ – 15 अगस्त 2016, अब तक काम हुआ -3, काम बंद पड़ा – 15 नवम्बर से
समय पर नहीं हो सकेगा पूरा

हेरिटेज वॉक-वे और जयपुर रोड प्रीसेंट का कम समय पर पूरा नहीं हो सकेगा। एवीवीएनल की ओर से अभी तक अंडर ग्राउंड केबलिंग के तहत लोगों को घर और दुकान में कनेक्शन देने का काम पूरा नहीं किया गया है। विद्युत लाइन और कनेक्शन का काम पूरा नहीं होने के कारण नाली और सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका है।
नोटबंदी के कारण श्रमिक काम छोड़कर चले गए हैं। जयपुर रोड प्रीसेंट और हेरिटेज वॉक-वे काम बंद पड़े हैं। ठेकेदार को जल्द काम शुरू कराने को कहा है। एक दो दिन में काम शुरू हो जाएंगे।
-केदार शर्मा, अधिशासी अभियंता हृदय योजना 

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