भैयाजी ने कहा कि जो लोग सहजता, सरलता और शांति का जीवन जीना चाहते हैं उन्हें भ्रूणहत्या से बचना चाहिये और किसी भी स्तर पर उसका समर्थन नहीं करना चाहिये। भ्रूण हत्या के प्रति चुप्पी साधने वाला भी बराबर का दोषी है। भ्रूण हत्या समाज के विकृत होने और उसके गलत दिशा में बढऩे का द्योतक है। हर औरत मां बने, हत्यारिन नहीं। मां की कोख यदि वधशाला बन गयी तो मनुष्य जाति के लिए दुनिया में कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं रहेगा। प्रवचन के पूर्व आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के चित्र का अनावरण करने का सौभाग्य बंडा, सागर, बीना, जरुआखेड़ा, रहली, देवरी, गढ़ाकोटा आदि स्थानों से आए श्रद्धालुओं को प्राप्त हुआ। ज्ञानदीप का प्रज्जवलन पाठशाला की बहनों ने किया। प्रवचन सभा का संचालन राहुल बड्डे, सहयोग अशोक शाकाहार ने किया।
शांति मंत्रों के द्वारा दी जाएगी दीक्षा
अनेकांत ज्ञान मंदिर शोध संस्थान के तत्वाधान में आयोजित 19 मई से 25 मई तक चलने वाले सप्त दिवसीय संस्कार दीक्षा समारोह के समापन पर शनिवार को प्राचीन जैन मंदिर में शांति मंत्रों के द्वारा दीक्षा समारोह आयोजित किया जाएगा। ब्रह्मचारी संदीप भैया सरल सैंकड़ों बाल, युवा शिविरार्थियों को दीक्षित करेंगे। दीक्षा के समय सप्त व्यसन का त्याग, देव दर्शन, माता-पिता की सेवा, शाकाहार का प्रचार-प्रसार, माता-पिता की सहमति से शादी विवाह, मांसाहार का त्याग, आत्महत्या न करने का संकल्प एवं अष्टमूल गुणों का त्याग कराया जाएगा?