जीका के संक्रमण की सुध लेने के लिए केंद्र से आया विशेषज्ञ दल
सागर•Nov 18, 2018 / 01:55 pm•
manish Dubesy
Expert team from Jika’s transit center
सागर. जीका वायरस के संक्रमण की चपेट में लोगों के आने और वायरस के फैलने की शंका के बीच प्रदेश और केंद्रीय स्वास्थ्य महकमा रोकथाम में जुट गया है। पिछले एक सप्ताह से जारी सर्वे के साथ शनिवार को केंद्र से भेजे गए दल ने भी शहर में वायरस के संबंध में सर्वे किया। यह टीम एक पखवाड़े तक स्थानीय स्वास्थ्य अमले के साथ रहकर सर्वेक्षण करेगी। जानकारी के अनुसार केंद्र के सर्वेक्षण दल में कोलकाता से आए डॉ. चंद्रशेखर (महामारी नियंत्रक) व डॉ.ज्ञानचंद (कीटविज्ञानी) ने शनिवार को शहरी क्षेत्र के रामपुरा सहित कई अन्य क्षेत्रों का भ्रमण किया। इस दौरान विशेषज्ञों ने सर्वेक्षण टीम में शामिल स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों को संक्रमण फैलाने वाले एडीज मच्छर और उसके लार्वा की पहचान करने के बारे में जानकारी दी। साथ ही सर्वे में एडीज का लार्वा मिलने पर ही सर्वेक्षण में पॉजिटिव रिपोर्ट देने के बारे में बताया। अब तक स्वास्थ्य अमला १० हजार कंटेनरों की जांच कर चुका है जिसमें से ९६ कंटेनरों में लार्वा पाया गया जबकि इन क्षेत्रों में ५ बीमार और ८ गर्भवतियां भी मिलीं जिनका परीक्षण रविवार को मेडिकल टीम करेगी।
सीएमएचओ डॉ.ठाकुर ने फिर संभाला सीएस का प्रभार
भ्रष्टाचार के मामले में चार साल की सजा सुनाए जाने के बाद पद से हटाए गए सिविल सर्जन का अतिरिक्त प्रभार सीएमएचओ डॉ.इंद्राज ङ्क्षसह ठाकुर संभालेंगे। सिविल सर्जन डॉ.मिथलेश चौबे को कोर्ट द्वारा जेल भेजने के आदेश के बाद कलेक्टर आलोक कुमार ङ्क्षसह ने सीएस का दायित्व डॉ. ठाकुर को सौंपा है।
डॉ. ठाकुर पूर्व में भी जिला अस्पताल में सिविल सर्जन का पद संभाल चुके हैं। जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन डॉ. मिथलेश चौबे को कोर्ट द्वारा चार साल के कारावास से दंडित किए जाने के बाद विभागीय कार्रवाई के संबंध में प्रकरण व दस्तावेज स्वास्थ्य विभाग को भेज दिए गए हैं। डॉ. चौबे को करीब चार माह पहले ही जिला अस्पताल में सिविल सर्जन का दायित्व सौंपा गया था।