ये है फास्टैग
फास्टैग रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक (आरएफआईडी) पर आधारित है। इसे कई बार उपयोग किया जा सकता है। यह वाहन की विंड स्क्रीन पर लगाया जाएगा। अगर आपके वाहन पर यह टैग लगा होगा, तो टोल प्लाजा पर रुके बिना गुजर सकेंगे। यह टैग टोल प्लाजा पर लगे सेंसर से कनेक्ट होता है और अपने आप ही शुल्क कट जाएगा। जहां अभी सेंसर नहीं लगे हैं, वहां डिवाइस से टैग को स्कैन किया जाएगा। अभी कई बार ऐसा होता है कि टोल नाके पर फुटकर पैसे न होने के कारण देर तक वाहन खड़े रहते हैं। इससे पीछे वाले वाहनों को बेवजह लाइन में लगा रहना पड़ता है। कई बार व्यस्त मार्गों पर जाम जैसे हालात भी बन जाते हैं। इस नई व्यवस्था के जरिए सरकार ने टोल नाकों को भी कैशलेस व्यवस्था से जोड़ दिया है।
ऐसे करवा सकेंगे रिचार्ज
नए वाहनों के अलावा यदि आप पुराने वाहन पर टैग लगवाना चाहते हैं तो इसके लिए 100 से 150 रुपए देने होंगे। 200 रुपए बैलेंस के लिए खर्च करने पड़ेंगे। एजेंसी द्वारा एक एप वाहन मालिकों के मोबाइल पर डाउनलोड कराया जाएगा। इस एप के जरिए वाहन मालिक टैग को रिचार्ज कर सकेंगे। साथ ही यह भी जान सकेंगे कि उसमें कितना बैलेंस बचा है।
नहीं कर पाएंगे दूसरे उपयोग
टैग की खासियत यह है कि यह एक बार जिस वाहन में लगाया जाएगा, वह सिर्फ उसी में चलेगा। यानी यदि इसे कोई उखाडऩे की कोशिश करेगा तो यह खराब जाएगा। एजेंसी संचालकों की मानें तो वैसे इसे नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता। अगर एेसा होता है तो उपभोक्ता को नए सिरे से रुपए खर्च कर टैग खरीदना होगा।
शहर में अभी नहीं आए टैग
कार शोरूम की जनरल मैनेजर संगीता मिश्रा ने बताया कि सरकार की मंशानुरूप तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अभी हमारे पास टैग नहीं आए हैं। जल्द ही यह उपलब्ध हो जाएंगे। वाहन बुक कराने वाले उपभोक्ताओं को इस सम्बंध में जागरूक करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
डिलेवरी होने पर लगाए जाएंगे टेग
एक अन्य कार एजेंसी के हेड अमल चैनी ने बताया कि टैग हमारी एजेंसी में उपलब्ध हैं। इसको लेकर ट्रेनिंग भी हो चुकी है। प्रत्येक वाहन की डिलेवरी होने पर यह टैग लगाए जाएंगे। पूर्व में बुकिंग करा चुके वाहन मालिकों को भी जानकारी दी जा चुकी है।
सागर में पडऩे वाले टोल
एनएच-26- मालथौन, चितौरा, महाराजपुर
स्टेट हाईवे- राहतगढ़ व गैरतगंज, रहली, तेंदूखेड़ा, सागर मार्ग, राजघाट।
– फास्टैग को विभिन्न बैंकों की वेबसाइट, एनएचएआई, आईएचएमसीएल की वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदा जा सकता है।
– यह सम्बंधित को कुरियर से पहुंचाया जाएगा।
– फास्टैग लगे वाहनों को टोल पर अलग लेन से गुजारा जाएगा। इस लेन में अन्य माध्यम से शुल्क स्वीकार्य नहीं होगा।