सागर

पचास प्रतिशत ही हो पाई मीटर रीडिंग, अब इस प्रकार जारी होंगे बिल

कोरोना के कारण रुका रीडिंग का कार्य

सागरMar 30, 2020 / 07:52 pm

sachendra tiwari

बीना. कोरोना के चलते शहर में घरेलु कनेक्शनों की रीडिंग करीब पचास प्रतिशत ही हो पाई है। ऐसे स्थिति में अब बिजली कंपनी द्वारा जिन उपभोक्ताओं की रीडिंग नहीं हो पाई है उसमें पिछले बिल के अनुसार कुछ प्रतिशत राशि बढ़ाकर बिल जारी किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार लॉक डाउन के पहले शहर में घरेलु कनेक्शनों की रीडिंग करीब पचास प्रतिशत हो पाई है और लॉक डाउन होने पर रीडिंग का कार्य रोक दिया गया है। रीडिंग न होने पर उपभोक्ताओं को डर है कि कहीं भारी भरकम बिल न आ जाएं, लेकिन कंपनी द्वारा पभोक्ता के पिछले बिल की राशि में कुछ प्रतिशत राशि बढ़ाकर बिल दिया जाएगा। साथ ही यदि किसी उपभोक्ता का बिल ज्यादा आता है तो वह बिजली कंपनी के कार्यालय जाकर बिल में सुधार भी करा सकते हैं।
कॉमर्शियल कनेक्शनों कराई एमआरआई
कंपनी द्वारा दस किलो वाट से ऊपर वाले कॉमर्शियल कनेक्शनों की रीडिंग न होने पर एमआरआई (मीटर रीडिंग इंस्टूमेंट) कराई है। इससे बिजली खपत का आंकलन हो जाता है।
पूरी नहीं हो पाई रीडिंग
कोरोना के चलते रीडिंग पूरी नहीं हो पाई है और रीडिंग न होने की स्थिति में भी ज्यादा बिल नहीं आएंगे। यदि किसी उपभोक्ता को बिल संबंधी समस्या आए तो वह कार्यालय आकर समस्या बता सकते हैं। साथ ही बिजली के स्मार्ट एप से उपभोक्ता स्वयं रीडिंग कर सकते हैं।
बीएस तोमर, एई, बिजली कंपनी

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