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पहली बार नए पैटर्न से हिंदी का पेपर, खिल उठे विद्यार्थियों के चेहरे

कक्षा १०वीं की परीक्षा में १५०० परीक्षार्थी शामिल हुए। …इधर सर्वर ठप, फिर नहीं भर पाए डीएलएड परीक्षा के ऑनलाइन फॉर्म।

सागरMar 07, 2018 / 04:39 pm

गुलशन पटेल

First paper with new pattern, bloomed faces of students

First paper with new pattern, bloomed faces of students

सागर. सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई। मंगलवार को कक्षा दसवीं का हिंदी का पेपर हुआ। बोर्ड परीक्षा में पहली बार नए पैटर्न के हिंदी के पेपर को देखकर परीक्षार्थी खुश हुए। सीबीएसई हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के लिए शहर में ३ सेंटर बनाए गए। केंद्रीय स्कूल (क्रं१), कान्वेंट स्कूल और दीपक मेमोरियल स्कूल में १५०० परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। वहीं जिले के ९ सेंटर पर परीक्षा आयोजित की गई। पहली बार नए पैटर्न पर आए हिंदी का यह पेपर कुल 80 अंकों का था। कुल 100 अंकों की इस परीक्षा में इंटरनल एसेसमेंट के तहत 20 अंक तक स्कूल प्रशासन को ही देने का अधिकार है।
परीक्षार्थियों का कहना था कि पेपर काफी आसान था। हल करने में कोई दिक्कत ही नहीं हुई। कान्वेंट स्कूल की छात्रा रितिका जैन ने बताया कि पेपर बहुत ही अच्छा गया है। बोर्ड परीक्षा को लेकर पिछले कई दिनों से परेशान थी, मगर पहला पेपर ही इतना आसान आया है कि अब किसी प्रकार का कोई डर नहीं लग रहा।


डीएलएड परीक्षा… सर्वर ठप, फिर नहीं भर पाए ऑनलाइन फॉर्म
सागर. डीएलएड परीक्षा ऑनलाइन फीस और फार्म भरने के दौरान बार-बार सर्वर डाउन होने से शिक्षक परेशान हैं। मंगलवार को ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि थी, लेकिन सर्वर का यही हाल रहा।
दरअसल, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि निजी और सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को बीएड, डीएड करना अनिवार्य होना चाहिए, इसके लिए अभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को दो साल का समय देकर उन्हें डीएलएड (डिप्लोमा इन एलमेंट्री एजुकेशन) करना अनिवार्य है। वर्ष २०१९ के बाद से वही व्यक्ति टीचिंग करा सकता है, जिसने बकायदा पढ़ाने का प्रशिक्षण लिया हो। डाइट कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में करीब ७०० निजी स्कूल और ३५०० से अधिक सरकारी स्कूल हैं और इनमें से करीब ४४०० शिक्षकों ने डीएड, बीएड नहीं किया है। इनको डीएलएड के लिए विभाग के पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। इसकी पूरी जानकारी डाइट कार्यालय द्वारा एकत्रित की जा रही है।

१०० से अधिक शिक्षक बचे
आवेदन के बाद परीक्षा के लिए अब ५०१, ५०२ एवं ५०३ प्रपत्र के फार्म भरे जा रहे हैं। इसकी आखिरी तारीख ६ मार्च थी। जिले में ४४०० से अधिक प्रशिक्षित शिक्षक हैं। ६ मार्च रजिस्टे्रशन की अंतिम तिथि है। बतौर फाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि १५ मार्च निर्धारित की गई है। जानकारी के अनुसार आखिरी तिथि तक १०० से अधिक शिक्षक सर्वर व अन्य कारणों से आवेदन नहीं कर पाए हैं, अब उन्हें फाइन भरकर आवेदन करना होगा। पिछले महीने से ही सर्वर परेशान कर रहा था, वहीं बीच में अवकाश होने के कारण भी कई शिक्षक आवेदन नहीं कर पाए।

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