scriptजिम्मेदारों की लापरवाही के चलते लाखों के फाउंटेन का ये हुआ हाल | Fountain of Millions of Negligence of Responsibilities | Patrika News
सागर

जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते लाखों के फाउंटेन का ये हुआ हाल

जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते लाखों के फाउंटेन का ये हुआ हाल

सागरMay 19, 2019 / 03:20 pm

manish Dubesy

Fountain of Millions of Negligence of Responsibilities

Fountain of Millions of Negligence of Responsibilities

झील में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए खरीदे थे फाउंटेन, गलत जगह पर उपयोग करने से हुए जर्जर,
सागर. नगर निगम प्रशासन द्वारा झील में ऑक्सीजन को बढ़ाने और सौंदर्यीकरण के तहत खरीदे गए फाउंटेन पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। निगम प्रशासन ने करीब ३४ लाख रुपए की लागत से तीन फाउंटेन खरीदे थे, जो महज एक साल ही चल पाए। फाउंटेन में तकनीकी खराबी आने के बाद उन्हें सुधरवाना तो दूर की बात निगम के जिम्मेदार अफसरों ने कबाड़ में फिंकवा दिया है। वर्ष-२०१६ में निगम प्रशासन ने इन पंपों को राजघाट बांध भिजवा दिया जहां पर इनके सहारे उज्जैन के मड पंप खड़े कर दिए। जैसे ही पंप को चालू किया तो दो फाउंटेन जमीन पर दौड़ गए और बीच से टूट गए। फाउंटेन समेत पूरे सिस्टम की कीमत लगभग ३४ लाख रुपए बताई जा रही है, जिसमें तीन फाउंटेन के साथ तीन डिफ्यूज्ड पंप भी थे जो झील के पानी में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए इंस्टाल किए जाने थे लेकिन अहमदाबाद की एजेंसी ने इस कार्य में लापरवाही की जिसके बाद निगम प्रशासन ने उसका करीब १४ लाख रुपए का भुगतान रोक दिया।

डिफ्यूज्ड पंप निगम कार्यालय में पड़े
तीन फाउंटेन जहां संजय ड्राइव पर किनारे पर पड़े हुए हैं वहीं तीन डिफ्यूज्ड पंप निगम कार्यालय परिसर में डिब्बे में पैक रखे हैं। बताया जा रहा है कि दो साल पहले अहमदाबाद की एजेंसी ने निगम के अफसरों से संपर्क कर झील में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए इन पंपों को लगाने का प्रयास किया था लेकिन जैसे ही उनके इंजीनियर्स ने पंपों को जाम की स्थिति में देखा तो हाथ खड़े कर दिए और तब से पूरा सिस्टम कबाड़ में पड़ा हुआ है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो