शिक्षक दिवस विशेष
सागर•Sep 05, 2019 / 12:18 pm•
sachendra tiwari
government School, facilities like private school
प्रशांत सोलंकी@मंडीबामोरा. शासकीय प्राथमिक स्कूल इटैया का शिक्षण कार्य इतना अच्छा है कि यहां का एक भी बच्चा प्राइवेट स्कूल में पढऩे नहीं जाता है और गांव में दूसरे शहर से आकर रिश्तेदारों के बच्चे भी यहां पढ़ रहे हैं।
इस स्कू का हर बच्चा गणवेश में आता है। साथ ही जनसहयोग से सभी कक्षाओं में फर्नीचर, नवाचारों व तकनीक को बढ़ावा देकर डिजीटल शक्षा दी जा रही है। जो शिक्षण सामग्री विद्यार्थियों के पास नहीं होती है वह उन्हें नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। यहां पदस्थ शिक्षक घनश्याम पटैरिया की लगन और मेहनत से इस सरकारी स्कूल की अलग छवि बनी है। स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहती है और सभी को हिंदी, अंग्रेजी व गणित अच्छे तरीके से आती है। हालही में जनसहयोग से प्राप्त एलईडी पर विद्याथियों को नई तकनीक से अध्यापन कराया जा रहा है। बच्चे खेल-खेल में बहुत कुछ सीख जाते हैं।
स्कूल परिसर में बना है उद्यान
शिक्षक ने स्कूल परिसर में एक छोटा उद्यान बना रखा है, जिसमें कई प्रकार के पेड़ लगे हुए हैं। ग्रामीण मुकेश अहिरवार, रामदयाल सेन ने बताया कि शिक्षक श्री पटैरिया ने गर्मियों की छुट्टियों में भी पेड़ों की देखभाल की, जिससे अब पेड़ बडे हो चुके हैं। इसमें ग्रामीण भी उनका पूरा सहयोग करते है।
बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने में करते हैं प्रेरित
ग्रामीणों के मुताबिक शिक्षक का पूरा ध्यान विद्यार्थियों की पढ़ाई पर ही रहता है, जिससे स्कूली शिक्षा के बाद गांव की बेटियों को भी उच्च शिक्षा दिलाने के लिए अभिभावकों को प्रेरित करते हैं। साथ ही कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों का सहयोग और मार्गदर्शन देते हैं। प्रधानाध्यापक रामलाल सौर भी बच्चों की शिक्षा में कोई कमी नहीं रहने देते हैं और बच्चों के स्कूल नहीं आने पर घर पहुंच जाते हैं।
बच्चे कर चुके है 90 प्रतिशत दक्षता पूर्ण
गौरतलब है कि यह स्कूल सागर जिले का पहला स्कूल है जिसका चयन वर्ष 2018-19 में बॉल ऑफ फेम में हुआ है, जिसमें स्कूल के 90 प्रतिशत बच्चों ने शासन की दक्षताओं को पूरा कर लिया है।