जयपुर की यात्रा कर रहे यात्री के साथ हुई जहरखुरानी
सागर•May 02, 2019 / 08:46 pm•
anuj hazari
Here is the poison of the traveler but GRP did not help
बीना. रायगढ़ से जयपुर की यात्रा कर रहा एक यात्री जहरखुरानी का शिकार हो गया। जिसे जहरखुरानी के दो दिन बाद होश आया। घटना में पीडि़त के बीना स्टेशन पर होने की जानकारी के बाद जब परिवार ने जीआरपी से मदद मांगी तो पुलिस ने सहयोग नहीं किया। गुरुवार को होश आने के बाद जब वह जीआरपी थाने पहुंचा तो उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यात्री प्रदीप पिता चिरनजीत शर्मा (55) निवासी छोट अंतरमुड़ा रायगढ़ ने बताया कि उसे जयपुर जाना था इसके लिए उसने भगत की कोठी एक्सप्रेस में रिजर्वेशन कराया था, लेकिन टे्रन छूट जाने के बाद वह हीराकुंड एक्सप्रेस में 30 अप्रैल को सुबह नौ बजे रायपुर से चला, लेकिन टे्रन में जगह न होने के कारण वह कारगी रोड स्टेशन पर उतर गया। जहां से उसे बीना तक की यात्रा करनी थी। दूसरी टे्रन के आने में समय होने के कारण वह स्टेशन पर इंतजार कर रहा था कि उसके पास एक व्यक्ति आया और चोरी की घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से उससे मेल मिलाप करने लगा। इसके बाद उसने यात्री प्रदीप को खाने के लिए मिठाई दी जिसे यात्री ने खाने से मना कर दिया तो उसने प्रसाद होने की बात बोलकर मिठाई खिला दी। जिसे खाते ही प्रदीप बेहोश हो गया। इसके बाद एक मई को वह बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस से बीना पहुंचा जहां पर उसे होश आया। वह बीना कैसे पहुंचा इसकी जानकारी उसे नहीं है। जहरखुरानी करने वाले व्यक्ति द्वारा उसका बैग चोरी कर लिया गया। जिसमें बीस हजार रुपए नकद व एक मोबाइल सहित अन्य सामान था। यात्री एनटीपीसी लारा में पदस्थ है।
स्टेशन पर यात्री ने परिवार से कराई बात
प्रदीप ने किसी व्यक्ति से मोबाइल लेकर अपनी बेटी को फोन लगाया और कहा कि यात्रा के दौरान सामान चोरी चला गया है और वह रायपुर स्टेशन पर है यह सुनते ही पास में खड़े व्यक्ति ने मोबाइल लेकर परिजनों को बताया कि उनके पिता बीना स्टेशन पर हैं। इसके बाद प्रदीप की बेटी ने कहीं से नंबर पता करके बीना जीआरपी फोन लगाकर पिता के साथ घटना होने की जानकारी दी और बताया कि वह स्टेशन पर ही है, लेकिन लैंडलाइन पर बात करने वाले पुलिसकर्मी ने उसका कोई सहयोग नहीं किया और कहा कि स्टेशन पर इस प्रकार का कोई व्यक्ति नहीं है। इसके बाद गुरुवार को यात्री जैसे-तैसे जीआरपी थाने पहुंचा, जिसके बाद जीआरपी ने उसे सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया।