इंजीनियर फोरम ने ये बताईं विसंगतियां
– बस स्टैंड गल्र्स डिग्री के सामने से डॉ. हरिसिंह गौर पार्क, निगम स्टेडियम, रविंद्र भवन समेत पूरे क्षेत्र का फोरम के इंजीनियर्स ने कुछ महीने पहले सर्वे किया था। इस सर्वे में पार्क को स्टेडियम की दीवार तक बनाने की डिजाइन दी थी जबकि कॉलेज के सामने करीब 10 से 15 फीट तक सड़क को और चौड़ा करने का निर्णय लिया था। स्टेडियम में पार्क के अंदर से ही एंट्री देने का प्लान तैयार किया था जो बिलकुल ही अलग होता। इसके साथ ही गल्र्स कॉलेज के सामने करीब 40 से 50 फीट चौड़ी सड़क हो जाती लेकिन स्मार्ट सिटी के अफसरों ने जहां पर पार्क है उसी के रंगरोगन करके व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं किया, जो अफसरों की अदूरदर्शिता की निशानी है।
– गोपालगंज में स्थित मधुकरशाह पार्क को लेकर भी लापरवाही करने का आरोप लगाया गया है। अध्यक्ष सोनी का कहना है कि बकौली चौराहा से आइजी बंगला तक स्मार्ट रोड बनाई जानी है। जब स्मार्ट रोड बनाई जाएगी तो गोपालगंज पुलिस थाना के सामने मार्ग चौड़ा भी किया जाएगा क्योंकि वर्तमान में यहां पर जगह की कमी है। ऐसे में यहां पर पार्क की बाउंड्रीवाल तोडऩी होगी। ऐसे में सवाल यह उठता है कि बिना प्लानिंग के पार्क की बाउंड्रीवाल क्यों बनाई गई।
– तिली तिराहा से सिविल लाइन चौराहा और सिविल लाइन चौराहा से पीली कोठी होते हुए कटरा तक स्मार्ट रोड बनाई जानी है लेकिन स्मार्ट सिटी के अफसरों ने मार्ग पर अभी से कई जगहों पर कैमरे और सिगनल के पोल खड़े करवा दिए हैं। जब ये मार्ग बनेगा तो फिर से इनको शिफ्ट करना पड़ेगा, जिससे पैसों की बर्वादी होगी।