ये हैं वे टैंक
बिला टैंक सागर, सत्धारा टैंक सागर, सुराजपुरा प्रो. सागर, पगरा टैंक सागर, टिकारी टैंक सागर, केसली टैंक सागर, समनापुर टैंक सागर, सोनपुर मीडियम प्रो. सागर, मनसुरवरी टैंक सागर, बैनीगंज टैंक छतरपुर, बुरहा टैंक छतरपुर, गौरा टैंक छतरपुर, कुटनी डेम छतरपुर, रनगुवां डेम छतरपुर, सिंघपुर बैराज छतरपुर, उर्मिल डेम छतरपुर, नंदनवाड़ा टैंक टीकमगढ़, बरुआ नाला टीकमगढ़, राजेंद्र सागर डेम टीकमगढ़, पंचमनगर प्रो. दमोह, धारौली टैंक दमोह, माला टैंक दमोह, भजिया टैंक दमोह, देवेंद्र नगर टैंक पन्ना
१९ मार्च को ये थी बेसिन की स्थिति
जलाशय उपलब्ध जल
०९ १० प्रतिशत से कम
०२ १० से २५ प्रतिशत
०२ २५ से ५० प्रतिशत
०५ ५० से ७५ प्रतिशत
०२ ७५ से ९० प्रतिशत
०४ ९० प्रतिशत से ज्यादा
२३ मई की स्थिति
१७ १० प्रतिशत से कम
०४ १० से २५ प्रतिशत
०१ २५ से ५० प्रतिशत
०२ ५० से ७५ प्रतिशत
०० ७५ से ९० प्रतिशत
०० ९० प्रतिशत से ज्यादा
इधर, नलों में आया कीचड़ व बदबूदार पानी
राहतगढ़. नगरपरिषद द्वारा नलों में सप्लाई किया गया कीचडय़ुक्त व बदबूदार पानी लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है। प्रयोग में न लाने योग्य पानी की सप्लाई पर कुछ जागरूक लोगों ने सीएमओ राजेश खटीक से जानकरी ली तो उन्होंने बताया कि पानी की टंकी की सफाई की जा रही है। इसी दौरान अचानक वाल्ब खुल जाने के कारण इस गंदे पानी की नल में सप्लाई शुरू हो गई है। पालिका ने इस पानी की सप्लाई नहीं की थी। इस घटनाक्रम के दोषी का पता लगाया जा रहा है और संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।