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घर में ट्यूशन पढ़ाऊंगा, पांच-पांच हजार रुपए लेकर पास भी कर दूंगा, जानिए कहां हो रही एेसी भर्राशाही

कलेक्टर को की गई शिकायत

सागरAug 10, 2018 / 11:06 am

sunil lakhera

ITI Teacher Girls Passing Tuition

ITI Teacher Girls Passing Tuition

सागर. गर्ल्स आइटीआइ की कुछ छात्राओं द्वारा ट््यूशन का दबाव बनाने और परीक्षा पास कराने के नाम पर रुपए मांगने की शिकायत की गई है। आठ छात्राओं द्वारा आरोप लगाते हुए कलेक्टर को की गई शिकायत को प्रशासन ने जांच में लिया है।
बीते दिन अपर कलेक्टर के आइटीआइ दौरे को इसी शिकायत से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन छात्राओं द्वारा शिकायत के बाद एक बार फिर आइटीआइ प्रबंधन सवालों के घेरे में है। उधर, जनशक्ति एवं नियोजन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर छात्राओं की शिकायत पर अनजान बनकर पल्ला झाडऩे में जुट गए हैं।
यह है शिकायत
संस्थान की आठ छात्राओं ने पिछले दिनों पत्र भेजकर कलेक्टर से आइटीआइ में जारी भर्राशाही की शिकायत की थी। छात्राओं ने कक्षाओं का नियमित संचालन न होने, हिन्दी स्टेनो के पद पर कार्यरत प्रशिक्षक द्वारा कक्षा में न पढ़ाते हुए घर आकर ट्यूशन का दबाव बनाने की शिकायत की है। छात्राओं ने यह भी लिखा है कि प्रशिक्षक बिना पढ़े परीक्षा पास कराने के बदले 5-5 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं।
जांच में जुटा प्रशासन: शिकायत की जांच करने मंगलवार को अपर कलेक्टर तन्वी हुड्डा आइटीआइ पहुंची थीं। उन्होंने गोपनीय रूप से प्राचार्य अशोक कुमार डागौर से शिकायत को लेकर चर्चा की। अपर कलेक्टर के दौरे के बाद आइटीआइ के अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है।
सूत्रों के अनुसार छात्राओं ने जो शिकायती पत्र भेजा है अपर कलेक्टर ने उन्हीं बिंदुओं के संबंध में आइटीआइ प्रबंधन से चर्चा कर व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए हैं। उधर, जनशक्ति एवं नियोजन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर पीडी गौर ने पूरे मामले पर अनभिज्ञता जताई है। उनका कहना था उन्हें छात्राओं की शिकायत और अपर कलेक्टर के पहुंचने की कोई जानकारी नहीं है। वैसे भी यह मामला उनके स्तर का नहीं है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी होने के बावजूद गौर ने प्रशिक्षण संबंधी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
यह हैं संस्थान के हालात
गल्र्स आइटीआइ में शहर ही नहीं अंचल से भी छात्राएं प्रशिक्षणरत हैं, लेकिन अव्यवस्थाओं की स्थिति एेसी है कि सब भगवान भरोसे है। बाहरी छात्राओं के लिए ६० बिस्तर का हॉस्टल है। प्रबंधन की उदासीनता के चलते नाम मात्र की छात्राएं रहती हैं। इसके पीछे भी ट्यूशन बड़ी वजह है। सूत्रों के अनुसार तिली क्षेत्र में रहने वाले हिन्दी स्टेनो प्रशिक्षक कक्षाओं में नियमित अध्यापन नहीं कराते। उनके द्वारा घर पर ट्यूशन पढ़ाने का दबाव बनाया जाता है। इसके बदले प्रति छात्रा ५०० रुपए हर माह शुल्क के रूप में लिए जाते हैं। नियमानुसार ट्यूशन के नाम पर वसूली नहीं की जा सकती। कुछ छात्राओं ने बिना पढ़ाई किए परीक्षा पास कराने के नाम पर पांच-पांच हजार रुपए की मांग के भी आरोप लगाए हैं। लेकिन इन शिकायत पर प्राचार्य अशोक कुमार डागौर का जवाब संतोषप्रद नहीं है। उनका कहना था कि छात्राओं ने शिकायत प्रशासन से की है। शिकायत में क्या है इसकी उन्हें पूरी तरह जानकारी नहीं है। अपर कलेक्टर उनके पास आई थीं और नियमित कक्षा संचालन-प्रशिक्षण संबंधी शिकायत पर चर्चा की थी।
मिल चुका है नोटिस
सूत्रों के अनुसार गल्र्स आइटीआइ में आपसी खींचतान का माहौल है। यहां लगातार प्रशिक्षक और अधिकारी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे हैं। पिछले दिनों हिन्दी स्टेनो को निर्वाचन कार्य के लिए भेजा गया था, लेकिन वे ड्यूटी छोड़कर आइटीआइ आते रहे। शिकायत हुई तो प्रशासन ने उन्हें शोकॉज नोटिस भी जारी किया। बताया जाता है कि हिन्दी स्टेनो छात्राओं पर परीक्षा में पास कराने के नाम पर रुपए का दबाव बनाते थे। इसीलिए वे ड्यूटी अन्यत्र होने पर भी नियमित यहां आते रहे हैं।
गल्र्स आइटीआइ की कुछ छात्राओं की शिकायत मिली थी, जिस पर हमने पूछताछ
की है। मामले की जांच जारी है, दोषी पाए जाने पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
तन्वी हुड्डा, अपर कलेक्टर सागर

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