ऐसा रहा मौसम
गुरुवार को तापमान में थोड़ा इजाफा हुआ। अधिकतम २४.१ और न्यूनतम तापमान ७.४ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बावजूद लोगों को राहत नहीं मिली। बुधवार को तापमान क्रमश: २२.४ और ६.८ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
आगे क्या
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत से सूबे में सर्दी का प्रकोप है। आने वाले २४ घंटों में सागर संभाग में शीतलहर चल सकती है। अधिकतम तापमान २४ और न्यूनतम तापमान ८ डि. से. रहेगा।
गर्म हुआ गर्म कपड़ों का बाजार
स्कूलों की छुट्टियां खत्म होने के बाद बच्चों की परेशानी बढ़ गई है। शहर में गर्म कपड़ों की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है। इस बार सड़क किनारों पर भी दुकानें सज गई हैं। विक्रेता नवीन केशरवानी के अनुसार सीजन खत्म होने तक शहरभर में लगभग ५ करोड़ रुपए के कारोबार का अनुमान है।गीजर और रूम हीटर की बिक्री बढ़ी
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स विक्रेता अविनाश चौधरी ने बताया कि पानी गर्म करने के लिए रॉड, सादा हीटर, इलेक्ट्रॉनिक गीजर की डिमांड बढ़ी है। पानी गर्म करने की रॉड 150 से 300 रुपए, इलेक्ट्रॉनिक गीजर ३००० से 5500 और रूम हीटर 500 से 1500 रुपए में बिक रहे हैं।
बसों में नहीं मिल रही सवारी
सर्दी का असर बस संचालकों पर भी पड़ा है। लोकल बसों में भी अपेक्षित सवारी नहीं मिल रहीं। कोहरे की वजह से सफर करने वाले लोगों में कमी आई है। निजी ट्रेवल्स एजेंसी में बुकिंग कर रहे शेख इरशाद ने बताया सागर से लंबी दूरी वाली बसों में सवारी में कमी आ गई है। इंदौर और नागपुर जाने के लिए सवारी कम हैं।बच्चों और बुजुर्गों को बड़ा खतरा
– सर्दी में रक्त वाहनियां सिकुड़ जाती हैं, जिसका असर हृदय को खून पहुंचाने वाली धमनियों पर पड़ता है।
– अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
– इस मौसम में बैक्टीरिया और वायरस बहुत तेजी से बच्चों पर हमला करते हैं। – इस वजह से उन्हें सर्दी, जुकाम, खांसी, नाक बंद, गले में इन्फेक्शन, वायरल डायरिया, बुखार, सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो जाती हैं।
– बच्चों को ऐसी कोई भी दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
१- मॉर्निंग वॉक पर तभी जाएं, जब कोहरा खत्म हो जाए और धूप निकल आए। २- बीपी और शुगर लेवल लगातार चैक करते रहें।
३- हीटर या ब्लोअर का प्रयोग करने से बचें। क्योंकि इससे रूम में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और सांस सम्बंधी परेशानी हो सकती है।
१- सुबह से देर रात तक बच्चे को पूरे कपड़े पहनाएं। २- खाली पेट कभी नहीं रखें।
३- ब्लोअर का यूज बिल्कुल न करें, रूम हीटर से काफी दूर रखें।
२- गरम तासीर वाले भोजन का प्रयोग करें- जैसे गुड़, चना, तिल, ज्वार, बाजरा आदि। भोजन में सरसों, बथुआ, मेथी, सोया और पालक को शामिल करें।