बंद था फाटक, नीचे से निकाली थी बाइक
शाम ७ बजे फाटक बंद था। इसी दौरान बाइक से आए दो युवकों ने फाटक के नीचे से बाइक निकालकर दूसरी तरफ जाने की कोशिश की। जैसे ही बाइक को वे पटरी पर लेकर आए,तभी मालगाड़ी आ गई। बाइक पटरी के बीच छोड़कर युवक वहां से भाग निकले।
इंजन से बाइक टकराते ही वह इंजन में फंस गई। मालगाड़ी की स्पीड ज्यादा होने से चालक ने तुरंत मालगाड़ी रोकने की कोशिश नहीं की। हालांकि सौ मीटर दूर पर मालगाड़ी रुकी और बाइक को निकालने का प्रयास किया। करीब आधे घंटे तक बाइक को निकालने की कोशिश की गई। लेकिन लग रहे जाम के कारण चालक उसी हालत में स्टेशन लेकर पहुंचा।
बताया जाता है कि बाइक जैसे ही मालगाड़ी की चपेट में आई। उसी समय पट्रोल से भरी टंकी ऊपर की तरफ निकलकर आ गई। यदि वह इंजन में फंसी रहती तो निश्चित रूप से निकल रही चिंगारियों से आग भड़क सकती थी। एेसा होता तो इंजन में आग लग सकती थी। मालगाड़ी बीना की तरफ से आ रही थी। इसमें कोयला भी भरा हुआ था।
– नरेंद्र सिंह, स्टेशन प्रबंधक
सागर. स्टेशन के नजदीक रेलवे अंडर ब्रिज पर जारी निर्माण कार्य जबलपुर से रेलवे के इंजीनियर के न आने के कारण २ दिन से ठप है। इससे निर्माण एजेंसी और उसके कर्मचारी काम आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं। वहीं निर्माण कार्य में हो रहे विलम्ब से अंडर पास के निर्धारित से ज्यादा दिनों तक अवरुद्ध रहने का अंदेशा है।
रेलवे द्वारा तीसरी लाइन बिछाने और अंडर पास की चौड़ाई बढ़ाने के लिए एक सप्ताह पहले आवागमन बंद करा दिया गया था। बीते शुक्रवार से अंडर पास बंद होने के कारण हजारों लोगों को रोजाना आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एेसे में लोग अंडर पास पर चल रहे निर्माण कार्य को जल्द पूरा होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन शुरूआती दौर से ही काम की धीमी रफ्तार उनकी उम्मीदों पर भारी पड़ रही है।
पत्रिका लाइव: बुधवार दोपहर २ बजे रेलवे गेट से गुजरते लोग काम की धीमी रफ्तार को लेकर चर्चा कर रहे थे। गेट के पास अंडर पास पर दो दिन से ठप काम को देखकर गुजर रहे लोगों का कहना था कि दो दिन से खुदाई कर छोड़ दिया गया है, जबकि दो दिन में काफी काम कराया जा सकता है। मौके पर मौजूद निर्माण एजेंसी से संबंधित लोगों ने बताया कि बेस के लिए नाप-जोख की जानी है। इसके लिए जबलपुर से इंजीनियर को आना है, लेकिन दो दिन से रेलवे के इंजीनियर किसी कारणवश मौके पर नहीं आ सके हैं।