नई शिक्षा नीति के तहत इस वर्ष 1 अप्रेल से स्कूलों के ताले खोल दिए गए। सोमवार को जिले के करीब 2112 प्राइमरी स्कूलों, 935 मिडिल, 360 हाई व हायर सेकंड्री, 725 निजी और 52 सीबीएसई स्कूल में प्रवेशोत्सव मनाने के निर्देश थे। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण किसी भी स्कूल में इस वर्ष विधायक, सांसद, मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधियों ने शिरकत नहीं की और स्कूल स्तर पर ही बच्चों का स्वागत किया गया। शिक्षा विभाग के अधिकारी व जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों व शिक्षकों ने बच्चों को फूल माला पहनाकर व तिलक लगाकर स्वागत किया।
नए सत्र में कुछ विषय शामिल किए गए हैं इसलिए पहले दिन बच्चों को उनकी कक्षाओं के विषय संबंधी जानकारी दी गई। नई किताबें न आने पर पुरानी किताबों से ही बच्चों को अध्ययन कराया गया। अब पूरे एक माह 30 अप्रेल तक स्कूलों में विद्यार्थियों को नए, कठिन विषय और बुनियादी शिक्षा का अध्ययन कराया जाएगा। उसके बाद गर्मी के अवकाश शुरू हो जाएंगे। गर्मी के बाद जब बच्चे फिर से स्कूल आएंगे तो उन्हें अपने विषय के अध्ययन में समस्या नहीं होगी।
-लोकसभा निर्वाचन की आचार संहिता का पालन करते हुए संभाग में विद्यालय स्तर पर प्रवेश उत्सव मनाने की प्रक्रिया की गई है। मनीष वर्मा, संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा विभाग।