ऐसे दिया वारदात को अंजाम
सागर में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी रेलकर्मी को फरवरी माह में सेवानिवृत्ति पर विभाग से करीब 19 लाख रुपए का भुगतान हुआ था। यह राशि उनकी खुरई स्थित स्टेट बैंक की शाखा में जमा थी। सेवानिवृत्त होने पर मोहनलाल केवट ने भतीजी शिवानी को स्कू टर खरीदने के लिए 80 हजार रुपए का चेक दिया था। लेकिन इस चेक का सहारा लेकर शिवानी ने अपने दोस्त निखिल रैकवार के साथ मिलकर ठगी की साजिश रची। निखिल रैकवार अपने साथ शिवानी को लेकर जबलपुर स्थित बैंक शाखा पहुंचा और वहां शिवानी ने चाचा के बैंक खाते से लिंक मोबाइल की जानकारी हासिल कर ली। उसने मोबाइल नंबर पर बात की जिसे की कोई अन्य व्यक्ति चला रहा था। शिवानी ने उससे बात की और मजबूरी देख उक्त व्यक्ति ने भी सिम उसे दे दी। इस सिम को शिवानी ने अपने दोस्त की मदद से एक अन्य का आधार कार्ड लगाकर फिर जारी करा लिया। इस तरह शिवानी और निखिल ने सप्ताह भर में ही साढ़े सात लाख रुपए बैंक खाते से उड़ा लिए।
कमीशन देकर दोस्तों के खातों में ट्रांसफर किए रुपए
निखिन ने शिवानी को चाचा मोहनलाल केवट के खाते से रुपए उड़ाने के तरीके बताए। उसी की बात में आकर शिवानी ने अपने सहेली निकिता, सागर केवट, निकेत केवट, आयुष तिवारी और आदर्श कुशवाहा के बैंक खातों में चार लाख रुपए से ज्यादा राशि जमा कराई थी। उसने अपने दोस्तों को इस राशि के ट्रांसफर करने के बदले में दो से पांच हजार रुपए के कमीशन का लालच दिया था। वहीं एक लाख रुपए कीमत के दो आइफोन मोबाइल ऑनलाइन खरीदे थे। बैंक खातों से रुपए गायब होने का पता 22 फरवरी को लगने पर मोहनलाल ने एसपी अमित सांघी से शिकायत की जिसकी जांच साइबर सेल ने कर आरोपियों को दबोच लिया। इसके लिए एएसपी प्रवीण कुमार भूरिया, सीएसपी योगेन्द्र भदौरिया के निर्देशन में टीम तैयार कर राशि भी बरामद कर ली गई।
स्कूटी के लिए दिए चेक के सहारे लगाया चाचा को चूना
नौकरी पूरी होने के बाद जब मोहनलाल केवट सेवानिवृत्त हुआ तब उसे करीब 19 लाख रुपए मिले थे। यह रुपए उसके खुरई स्थित बैंक शाखा में जमा थे। उसने अपनी भतीजी को इसी में से स्कूटर खरीदने के लिए 80 हजार रुपए का चेक दिया था। मोहनलाल अपनी भतीजी को काफी मानता था। शिवानी भी जबलपुर से नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है। लेकिन जब उसने यह बात अपने दोस्त और पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहे निखिल रैकवार को बताई तो उसने ठगी की साजिश रची। निखिल ने बैंक खाते से रुपए उड़ाकर मौज-मस्ती करने की बातों में उलझाया और शिवानी भी उसके कहने में आ गई।