समिति भी बनेगी
डेयरी स्टेट के लिए एक संचालन समिति का गठन भी किया जाएगा। इस समिति में पशुपालक ही होंगे जो स्टेट में आवश्यक चीजों की व्यवस्था करेंगे। इसके अलावा बिजली, पानी और अन्य प्रकार की सुविधाएं जिला व निगम प्रशासन के अधिकारी जुटाएंगे।
नगर निगम दूध खरीद बल्क में करेगा सप्लाई
डेयरी स्टेट में 10 साल की लीज को 30 साल के लिए किया गया है। पूर्व में दस साल के लिए लीज दी जा रही थी। डेयरी स्टेट से निकलने वाले दूध को नगर निगम प्रशासन खरीदेगा और फिर उसे बल्क में शहर सहित अन्य जगह सप्लाई किया जाएगा।
छोटे मवेशियों का माफ हो सकता है शुल्क
डेयरी स्टेट शुरू होने के बाद पशुपालकों से प्रति मवेशी 100 रुपए लेने की प्लानिंग है। प्रशासन की ओर से पशुपालकों को और गुंजाइश देना मुश्किल होगा। बताया जा रहा है कि पशुपालक इसमें अफसरों से अभी और चर्चा करेंगे। छोटे मवेशियों पर शुल्क माफ हो सकता है।
अब प्लानिंग तैयार
रतौना में प्रस्तावित डेयरी स्टेट में अब 10 हजार वर्गफीट की के स्थान पर 8 हजार वर्गफीट में एक डेयरी के लिए शेड बनाने की प्लानिंग है।
एक शेड में 25 मवेशियों को रखा जाएगा। डेयरी स्टेट में शहर के साथ ही मकरोनिया की डेयरी भी शिफ्ट होंगी। पूर्व की प्लानिंग से दो हजार वर्गफीट जमीन कम कर दी गई है।
मकरोनिया की डेयरी चिन्हित होने के बाद रतौना में डेयरियों की संख्या 500 के पास पहुंच जाएगी। मकरोनिया में 113 डेयरियां चिन्हित हैं जबकि शहर में 377 डेयरियां हैं।
मकरोनिया की डेयरियों में लगभग 2500 मवेशी हैं। मकरोनिया व शहर की डेयरियों में मवेशियों की संख्या 8000 पहुंच रही है।
०५ मवेशी पकड़े
निगम के अतिक्रमण विरोधी दल ने गुरुवार को सिविल लाइन क्षेत्र में अभियान चलाकर 5 आवारा मवेशियों को पकड़ा और फिर उन्हें दयोदय गौशाला केंद्र पहुंचाया।
भोपाल प्रवास के दौरान पशुपालन विभाग के अधिकारियों से चर्चा हुई है। कुक्कुट विकास निगम के अधिकारी डेयरी स्टेट के लिए लगभग सहमत हैं। इस वित्तीय वर्ष के समापन या फिर अप्रैल के पहले सप्ताह में विस्थापन को भोपाल से हरी झंडी मिल जाएगी। जिला स्तर पर प्लानिंग पूरी हो गई है।
-आलोक कुमार सिंह, कलेक्टर