रेलकर्मियों ने कहा जर्जर स्थिति में आवासों की करें मरमत
सागर•Dec 02, 2021 / 08:20 pm•
sachendra tiwari
Preparation limited to railway station for GM inspection
बीना. रेलवे जीएम के निरीक्षण के लिए दिन रात तैयारियां की जा रही हैं, इसके लिए केवल उन जगहों पर ही काम किया जा रहा है, जहां पर जीएम की नजर पड़ सकती है, बाकी जगहों पर स्थिति जस की तस है। स्टेशन पर तो सभी विभाग काम तेजी से कराने में जुटे हैं, लेकिन रेलकर्मी जिन आवासों में रहते हैं वहां पर मरम्मत नहीं कराई जा रही है।
दरअसल जंक्शन पर जीएम के निरीक्षण के लिए आने को लेकर जो काम तेजी से किया जा रहा है, उसमें केवल उन जगहों पर ही काम चल रहा है, जहां पर जीएम जा सकते हैं। इसके लिए सड़क मार्ग भी केवल वह ही तैयार किया जा रहा है, जो सीधा सोलर एनर्जी प्लांट के लिए जाता है। इसके अलावा अन्य किसी मार्ग को नहीं बनाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर पश्चिमी कॉलोनी में भी यही स्थिति है। यदि जीएम निरीक्षण के दौरान रेलकर्मियों के आवास का निरीक्षण करते हैं, तो अधिकारियों की पोल खुल जाएगी। क्योंकि जो रेलकर्मी सरकारी आवास में रह रहे हैं वह जर्जर हो चुके हैं। यहां पर कभी बाउंड्रीवाल गिरने से मवेशी की जान जा चुकी है, तो सफाईकर्मी भी घायल हो चुके हैं। आवासों में छत का प्लास्टर टूटकर गिर रहा है, फिर भी आवास की मरम्मत कराना जरूरी नहीं समझा जा रहा है। यह मांग रेलकर्मी यूनियनों के माध्यम से डीआरएम से भी कर चुके हैं, लेकिन उसपर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
रेलकर्मियों के बच्चों को पार्क किया जा रहा तैयार
यूनियन ऑफिस से ठीक सटकर रेलकर्मियों को बच्चों के लिए पार्क तैयार किया जा रहा है, लेकिन बच्चे जिन आवास में रहते हैं वह कब गिर जाए यह कहा नहीं जा सकता है। यह बात साफ है कि जो काम रेलवे अधिकारी करा रहे हैं, वह केवल अपनी वाहवाही लूटने के लिए कर रहे हैं। इसलिए अपने ही रेलकर्मियों के जर्जर आवास की समस्या को वह दूर करना नहीं चाहते हैं।