रेलवे स्टेशन पर ही कार्रवाई की खानापूर्ति करती है आरपीएफ
सागर•Apr 30, 2019 / 09:02 pm•
anuj hazari
RPF not taking action, illegal vendors activated again in trains
बीना. आरपीएफ के नई आईजी आने के बाद रेलवे स्टेशन व ट्रेनों में अवैध वेंडरों पर कार्रवाई की गई। जिसके बाद कुछ दिनों तक अवैध वेंडरों पर अंकुश लगा रहा है लेकिन कुछ दिनों की कार्रवाई की के बाद जहां आरपीएफ ने ढुलमुल रवैया अपना लिया है तो वहीं दूसरी ओर अवैध वेंडर भी ट्रेनों में सामान बेचने के लिए सक्रिय हो गए हैं। दरअसल पिछले कुछ समय में रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में अवैध वेंडर सक्रिय हो गए थे जिन पर स्थानीय स्तर पर कार्रवाई नहीं की गई जो देखते ही देखते बड़ी संख्या में स्टेशन पर सामान बेचते हुए नजर आने लगे। इसके बाद आईजी ने सख्ती बरती और अवैध वेंडरों पर कार्रवाई न करने वाले आरपीएफ पोस्ट प्रभारियों पर कार्रवाई की। इसके बाद ही आरपीएफ ने कार्रवाई करना शुरु की थी। लेकिन अब आरपीएफ की दिखावी कार्रवाई करने से यह अवैध वेंडर ट्रेनों में आउटर से ट्रेन में सवार हो जाते हैं और अगली स्टेशन तक सामान बेचते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब ट्रेनों में अवैध वेंडर खाद्य सामग्री सहित अन्य सामान बेच रहे हैं तो इनको पकड़ा क्यों नहीं जा रहा है। यही कारण है कि अन्य दूसरे लोग भी इसी तरह से ट्रेनों में आउटर से सामान बेचने के लिए जाने लगे हैं। मंगलवार को झेलम एक्सप्रेस में कुछ अवैध वेंडर वाशिंग यार्ड के सामने स्थित केबिन के पास जाकर खड़े हो गए और जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म से छूटी वह चलती ट्रेन में खाने पीने का सामान बेचने के लिए सवार हो गए। जो सब कुछ आरपीएफ की आंखों के सामने ही चलता रहता है लेकिन कार्रवाई इन पर नहीं की जाती है।
अवैध वेंडर न चलने से घटनाओं पर ही लगा था अंकुश
अवैध वेंडरों जब कार्रवाई होने के बाद ट्रेनों में घटनाओं पर भी अंकुश लग गया था। क्योंकि यही लोग सामान बेचने के साथ ही चोरी व लूट जैसी घटनाओं को भी अंजाम देते थे। अब जब फिर से वेंडर सक्रिय हो गए हैं तो ट्रेनों में भी यात्रियों के साथ घटनाएं होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
विजलेंस की कार्रवाई भी शून्य
स्थानीय स्तर पर कार्रवाई के साथ आरपीएफ की विजलेंस की टीम भी लगातार ट्रेनों में अवैध वेंडरों पर कार्रवाई करती नजर आती थी। लेकिन पिछले कुछ समय से विजलेंस की कार्रवाई भी शून्य हैं। इसके पीछे आरपीएफ का तर्क रहता है कि अवैध वेंडर नहीं चल रहे हैं इसलिए कार्रवाई भी नहीं होती है। जबकि हकीकत कुछ और बयां करती है। गौरतलब है कि ट्रेन में अवैध वेंडर चलने के कारण इसका खामियाजा बीना पोस्ट प्रभारी भुगत चुके हैं जिनके उपर जोन से अवैध वेंडर चलने के कारण कार्रवाई कर उन्हें हटाया गया था।