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सागर

राष्ट्रीय संतों के रुकने के लिए 200 कक्षों का हो रहा निर्माण, 33 समिति करेंगी कार्य

संत समागम की तैयारियां हुई तेज

सागरOct 22, 2019 / 08:02 pm

रेशु जैन

राष्ट्रीय संतों के रुकने के लिए 200  कक्षों का हो रहा निर्माण, 33  समिति करेंगी कार्य

राष्ट्रीय संतों के रुकने के लिए 200 कक्षों का हो रहा निर्माण, 33 समिति करेंगी कार्य

सागर. धर्मश्री स्थित बालाजी मंदिर परिसर में श्रीमद भागवत कथा कृपा महोत्सव एवं संत समागम कुंभ 14 से 20 नवंबर तक चलेगा। इसमें मलूकपीठाधीश्वर स्वामीश्री राजेंद्रदासजी महाराज का सानिध्य मिलेगा। उनकी कथा भी होगी।

इसमें देश के विभिन्न कोनों से राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संतों सहित करीब 1500 संत भी हिस्सा लेंगे। इसमें रोजाना यज्ञ, कथा, प्रवचन से लेकर वृंदावन की प्रसिद्ध रासलीला की प्रस्तुति भी होगी। साथ ही रोजाना एक लाख लोगों के लिए भंडारा-प्रसादी भी तैयार होगी।

आयोजन के लिए भक्तों की ३३ समितियों का गठन किया गया है, जो यहां कार्यभार सम्हालेंगे। कार्यक्रम में देश के ख्यातिवान संतों का सागर आगमन हो रहा है। राष्ट्रीय स्तर के संतों के लिए तिली के पास बालाजी नगर में रुकने की समुचित व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ अन्य साधू संतों के लिये रुकने के लिए बालाजी मंदिर परिसर में लगभग 200 कक्षो का निर्माण कराया जा रहा है और वहीं पर टेंट और तंबू भी लगाए जा रहे हैं। जिसमें साधू संतो को रहने की व्यवस्थाएं की जाएंगी।

ऐसे चलेगा कार्यक्रम
– 13 नवंबर को शोभायात्रा निकलेगी। 14 से 20 नवंबर तक सुबह 4 बजे से चारों वेदों का पाठ, भागवत का मूल पाठ, 18 हजार श्लोकों का परायण 108 विद्वान पंडितों द्वारा, श्रीरामचरित मानस का पाठ 108 संतों द्वारा किया जाएगा। भक्तमालजी का पाठ 108 संतों द्वारा एवं हरिनाम संकीर्तन होगा।

– 14 नवंबर से दोपहर 1 से 5 बजे तक श्रीराजेंद्रदासजी द्वारा कथा में प्रवचन दिए जाएंगे। जिसका लाइव प्रसारण भी होगा। शाम 5 बजे से भंडारा होगा। रोजाना सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक श्रीराम महायज्ञ होगा। यज्ञ शाला के चारों तरफ गौमाता का निवास स्थान रहेगा। श्रीराम यज्ञ में विद्वान आचार्यों, यजमानों द्वारा सिर्फ गौमाता के देशी घी, दूध, दही और अन्य निर्मित सामग्री का ही उपयोग होगा। शाम 7 बजे से ब्रिज की प्रसिद्ध रासलीला का मंचन बालाजी मंदिर परिसर में होगा।
– 19 नवंबर को चित्र-विचित्र वृंदावन की प्रस्तुति हो

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