शिवालयों में होगी पूजा
देव भूतेश्वर मंदिर,चकराघाट मंदिर परिसर, देव धनेश्वर मंदिर, मकरोनिया स्थित शिवांजलि, मॉडल स्कूल स्थित चौपड़ा के सामन नागेश्वर मंदिर, इतवारी टौरी स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर, पुरानी गल्ला मंडी स्थित मार्कंडेश्वर मंदिर सहित नगर के शिवालयों में भोले बाबा की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। जगह-जगह शिवलिंग निर्माण के कार्यक्रम भी होंगे। राहतगढ़ स्थित बनेनी घाट शिवलिंग मंदिर के शिवलिंग में 108 शिवलिंग हैं। वहीं सागर-मालथौन रोड स्थित पाली मंदिर में हजारिया शिवलिंग के रूप में भगवान भोले शंकर विराजमान हैं। यहां एक ही शिवलिंग में भगवान के एक हजार शिवलिंग के दर्शन और पूजा करने का फल मिलता है। पंडित मनोज तिवारी ने बताया कि सावन के सोमवार में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन भोले को बेलपत्र, अकौआ के फूल, धतूरे का फूल, पंचामृत अर्पित करने का विशेष फल है। दूध स्नान, अभिषेक अवश्य करना चाहिए।
ये बन रहे हैं संयोग
– 22 जुलाई को मोना पंचमी रहेगी।
– २९ जुलाई को दूसरे सोमवार पर प्रदोष रहेगा और इस दिन सोम प्रदोष का संयोग बनेगा।
– 5 अगस्त के सोमवार पर नागपंचमी होगी।
– 12 अगस्त के सोमवार पर भी प्रदोष रहेगा।