script‘मजबूर किसान’ को मिला सरकार का ‘इनाम’ | Selected for first prize To the statue of the clay | Patrika News
सागर

‘मजबूर किसान’ को मिला सरकार का ‘इनाम’

आसमान की ओर निहारते किसान की प्रतिमा सागर के मूर्तिकार नीतेश विश्वकर्मा ने गत वर्ष बनाई है।

सागरJun 06, 2018 / 08:46 pm

गुलशन पटेल

Selected for first prize To the statue of the clay

Selected for first prize To the statue of the clay

सागर. मुसीबत झेल रहे प्रदेश के किसानों की व्यथा दिखाती ‘मजबूर किसान नाम से बनाई गई मिट्टी की मूर्ति को प्रदेश सरकार (मप्र माटी कला बोर्ड) ने २०१६-१७ के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में चयनित किया है। आसमान की ओर निहारते किसान की प्रतिमा सागर के मूर्तिकार नीतेश विश्वकर्मा ने गत वर्ष बनाई है। ज्ञातव्य है कि माटी कला बोर्ड ने विगत दिनों इश्तहार प्रकाशित कर १० दिन के भीतर दावे आपत्ति बुलाए थे।
बड़े भाई को भी मिल चुका है पुरस्कार
चंद्रशेखर वार्ड निवासी नीतेश ने बताया कि उसने किसानों की हालत देखकर उसकी व्यथा-कथा को मूर्ति के माध्यम से प्रस्तुत करने का फैसला किया। अप्रैल २०१७ में मूर्ति बनाई। माटी कला बोर्ड के विज्ञापन को देखकर उसके पुरस्कार के लिए भेज दी। नीतेश के अनुसार पिता किशनलाल व चाचा हरिनारायण सहित समूचा परिवार मूर्ति बनाने का कारोबार करता है। बड़े भाई प्रवीण को पूर्व में हस्तकला विकास निगम से पुरस्कार मिल चुका है।
मूर्ति में छलकते आंसू भी दिखाए
मूर्ति को मजबूर किसान के शीर्षक से बनाया गया है। ९ इंच ऊंची व २ किलो वजनी मूर्ति में लकड़ी, मिट्टी और घास का इस्तेमाल किया गया है। आसमान की ओर निहार रहा किसान कंधे पर हल लिए है और मानो भगवान से गुहार लगा रहा हो कि मदद करो, मूर्ति की आंख से आंसू छलतका भी नजर आ रहा है। नीतेश ने बताया कि बोर्ड से फोन भी आया था कि आपकी कलाकृति प्रथम पुरस्कार के लिए चुनी गई है। अब नियमों के तहत किसी दावे आपत्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया है।

बारदाना खत्म, नहीं हुई तुलाई
रहली. खरीद केंद्र पर बारदाना खत्म होने पर तुलाई बंद कर दी। जिसकी जानकारी मिलते ही एसडीएम एलके खरे कृषि उपज मंडी पहुंचे और किसानों से चर्चा की। एसडीएम को केन्द्र संचालकों ने बताया कि बारदाना की मांग कई बार भेज चुके हैं। बारदाना नहीं होने पर तुलाई रोकना पड़ी है। उन्होंने केन्द्र संचालकों से बारदाने के डिमांड पत्र लिए और शीघ्र ही व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। किसानों ने बताया कि जो तत्काल पैसे दे रहा है उसकी उपज पहले खरीदी जा रही है। रात में पैसे लेकर तुलाई कर रहे हैं। जिसके बाद एसडीएम ने निर्देश दिए कि रात में मंडी का गेट बंद रहेगा जो शाम 4 बजे तक आएगा उसी का माल तौला जाएगा। तहसीलदार सीजी गोस्वामी ने बताया कि अभी तक एक भी किसान ने लिखित में शिकायत नहीं की है जिससे किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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