शहर के एक्सीलेंस स्कूल, एमएलबी स्कूल (क्रं१), शासकीय स्कूल बाघराज, आवासीय विद्यालय तिली और पुरानी सदर में सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। ५ से लेकर १० किलोवॉट के सोलर पैनल लग हैं। एक्सीलेंस स्कूल में १० किलोवॉट का पैनल लग गया है, जो ४० युनिट बिजली बनाएगा। विभाग द्वारा एक स्कूल में सोलर पैनल लगाने में ३ लाख ७५ हजार रुपए खर्च किए गए हैं। यह काम मप्र ऊर्जा विकास निगम के माध्यम से सोलेक्स एनर्जी लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। पहले चरण में चयनित सभी ५ स्कूलों में यह काम पूरा होने को है। अब दूसरे चरण में इसे बिजली वितरण कंपनी से कनेक्टिविटी दी जानी है। इसके बाद इन सोलर पैनल से बिजली पैदा होने लगेगी।
बिजली कंपनी को स्कूल देंगे बिजली
इंजी. राहुल साहू ने बताया कि स्कूल दिन में संचालित होते हैं इसलिए छुट्टी के बाद रात में बाकी बिजली का उपयोग नहीं होगा। इसको बिजली कंपनी को बेचा जाएगा। इसके लिए ऊर्जा विभाग एवं विद्युत वितरण कंपनी के बीच अनुबंध हुआ है। इसके लिए एक विशेष मीटर लगाया जाएगा जो पूरी तरह ऑनलाइन रहेगा।
बिजली के बिल की होगी बचत
एक्सीलेंस स्कूल के प्राचार्य आरके वैद्य ने बताया कि इस सिस्टम से बिजली के बिल की बचत होगी। एक हायर सेकंडरी स्कूल में हर माह लगभग 3 हजार रुपए तक बिजली बिल आता है। ऐसे में १५ से २० हजार रुपए बचेंगे। साथ ही जो बिजली एमपीबी को बेंचेगे इससे आर्थिक स्थिति भी ठीक होगी।