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BMC इस मामले को लेकर भिड़े थे मेडिकल में विद्यार्थी, इसे कोई नहीं कर सकता सहन

विधार्थियों के बीच और असिस्टेंट प्रोफेसर-जेआर के विवाद का मामला, डीन ने नए छात्रों से कहा- अनुशासन में रहे, नहीं तो बीएमसी से करेंगे बाहर

सागरOct 14, 2018 / 09:33 am

govind agnihotri

Student fight in BMC Medical

Student fight in BMC Medical

सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2016 बैच के विद्यार्थियों के दो गुट बने हुए हैं। शुक्रवार को इन्हीं दो गुटों में हुए विवाद में एक छात्र गंभीर रूप से घायल हुआ था। सूत्रों की माने तो फिर से विवाद होने की स्थिति बनी हुई है। नए प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से आए विद्यार्थियों का रहन-सहन बीएमसी से बिलकुल अलग है। यहां पर वे पुराने विद्यार्थियों से घुल मिल नहीं पा रहे हैं। अपने कॉलेजों को बेहतर बताने और बीएमसी की बुराई करने की बात को लेकर ही यह बखेड़ा खड़ा हुआ था। भोपाल के एडवांस और इंदौर के मार्डन कॉलेज के ४८ विद्यार्थियों को हालही में बीएमसी में प्रवेश मिला है। बीते दिनों में इन विद्यार्थियों का पहले से पढ़ रहे विद्यार्थियों से किसी ने किसी बात पर विवाद हो हुआ था। विवाद इतना बढ़ा की चौथे दिन पुराने छात्रों ने इनकी धुनाई कर दी। विवाद की वजह जो सामने आ रही है वह ये है कि नए छात्रों का रवैया ठीक नहीं है। ये विद्यार्थी न तो सीनियर को सम्मान देते हैं। न ही बीएमसी की किसी व्यवस्था से खुश हैं। आपस में इन विद्यार्थियों द्वारा यही चर्चा भी की जाती है। यही बात पुराने विद्यार्थियों को रास नहीं आ रही है। यह बात विवाद की वजह बन
रहा है। डीन डॉ. जीएस पटेल का कहना है कि जो भी विद्यार्थी दोषी पाया जाएगा, उसे बीएमसी से बाहर किया जाएगा।
गेट-टू-गेदर की तैयारी में प्रबंधन
नए और पुराने विद्यार्थियों के बीच आपसी सामंजस्य बैठाने के लिए प्रबंधन ने गेट-टू-गेदर की प्रक्रिया अपनाई है, जिसे जल्द ही अमली जामा पहनाया जाएगा। प्रबंधन की माने तो जब तक नए और पुराने विद्यार्थी आपस में आमने सामने बैठकर बात नहीं करेंगे तब तक विवाद समाप्त नहीं होगा। वहीं, डीन ने हॉस्टल से बेवजह बाहर रह रहे विद्यार्थियों को हॉस्टल में
रहने की सलाह दी है।
२५ विद्यार्थियों ने पीटा
शुक्रवार को हुई घटना में एक सीनियर विद्यार्थी को जूनियर विद्यार्थियों ने मिलकर पीटा था। यह एक दिन में तीसरी अलग घटना थी। हालांकि यह मामला प्रकाश में नहीं आया पाया था। बताया जाता है कि जिन जूनियर छात्रों ने सीनियर के साथ मारपीट की थी। वे इस बात से नाराज थे कि उन्होंने नए छात्रों का साथ दिया। हालांकि जब डीन ने बुलाकर जूनियरों से बात की तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और सीनियर से माफी मांगी थी। लेकिन डीन ने सीनियर से मारपीट करने के मामले को गंभीरता से लिया और तीनों जूनियर को अपने-अपने माता-पिता को बुलाने के निर्देश दिए हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर व जेआर के बीच समझौता
बीएमसी में सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अखिलेश रत्नाकर और जूनियर रेसीडेंट डॉ. उमेश मिश्रा के बीच हुए विवाद में शनिवार को थाने किसी ने भी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। दोनों में आपसी समझौता हो चुका है। इस कारण से प्रबंधन ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है। हालांकि बीएमसी डीन डॉ. जीएस पटेल का रुख इस अनुशासनहीनता पर सख्त है। उनका कहना है कि यदि इस मामले में किसी भी प्रकार की शिकायत आती है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।

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