पानी रहेगा इस क्षेत्र का चुनावी मुद्दा
विधानसभा चुनाव में सुरखी क्षेत्र का मुद्दा इस बार पानी ही रहेगा। पिछले पांच सालों के कार्यकाल से जनता असंतुष्ट दिख रही है। लोग बदलाव की भी बात कह रहे हैं। इधर, क्षेत्र में जातिगत राजनीति करने वालों के लिए भी अच्छे संकेत नहीं हैं। क्षेत्रवासियों का मानना है कि चुनाव में लोगों को जातिगत बांटने के बाद फिर नेता क्षेत्र को छोड़ अपने चापलूसों को ही अगले पांच सालों तक लाभ पहुंचाते हैं।
मुख्य मार्गों के अलावा सभी सड़कें खराब
सुरखी विस क्षेत्र में राहतगढ़ के आसपास के क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो मुख्य मार्गों के अलावा गांवों को आपस में जोडऩे वाली ज्यादातर सड़कें गुड्ढों में परिवर्तित हो गईं हैं। राजा बिलहरा क्षेत्र की आबादी करीब १६ हजार बताई जा रही है जिनके लिए जिला मुख्यालय सागर तक पहुंचने के लिए राजघाट वाला मार्ग नजदीक है, लेकिन यहां पर सड़क का नामो-निशान तक नहीं है। चितौरा से आकर जाने के लिए करीब 11 से 13 किलोमीटर का ज्यादा चक्कर काटना पड़ता है।
आचार संहिता लगते ही क्षेत्र के नेताओं को पानी का मसला याद आ गया और आनन-फानन में ओएचटी (ओवरहेड टैंक) का निर्माण शुरू करा दिया, लेकिन वर्तमान में इसका सिर्फ बेस ही बन पाया है।