फोटोशॉप के जरिए की कारगुजारी
जिला पंजीयन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एक एेसा मामला सामने आया है जिसमें एक वेंडर ई-स्टांप में हेराफेरी कर रहा था। बताया जा रहा है कि बंटी अहिरवार नाम के इस वेंडर ने स्टांप की कीमत में एक शून्य बढ़ा कर उसे अधिक कीमत का दर्शाया। दरअसल फोटो कॉपी नुमा निकलने वाले स्टांप में यह कारगुजारी का रास्ता वेंडर ने कंप्युटर के फोटोशॉप के जरिए की। तकनीकि खामियों के चलते उसने शासन को हजारों रुपए की चपत लगाई। पिछले दिनों बैंक से आए एक मामले के दस्तावेजो की जांच परख के दौरान जिला पंजीयक रत्नेश भदौरिया ने यह मामला पकड़ा। बड़ा खुलासा होते ही भदौरिया ने जिले के सभी वेंडर्स के रजिस्टर्स की जांच करवाई। बताया जा रहा है कि ई-स्टांप व अन्य दस्तावेजों में अनियमितताएं बरतने के चलते उक्त वेंडर का लाईसेंस निरस्त किया गया है, साथ ही 4 वेंडरर्स के लाईसेंस निलंबित करने के लिए तथा अनियमितता बरतने की शिकायतों पर करीब 25 वेंडरर्स को शो-काज नोटिस थमाए गए हैं।
निर्धारित कीमत से ज्यादा में बेचे जा रहे स्टांप
जिला कचहरी सहित तहसील मुख्यालयों पर होने वाले स्टांप के कारोबारी निर्धारित कीमत से ज्यादा में स्टांप बेच रहे हैं। बताया जा रहा है कि सौ रुपए का स्टापं 120, 50 रुपए का 60 रुपए में बेचा जा रहा है। शिकाएतें मिलने पर पंजीयक कार्यालय ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इधर वेंडर अपना पक्ष रख कर कह रहे हैं कि 5 सौ से कम के स्टांप पर उन्हें महज २ प्रतिशत कमीशन मिलता है। मंहगाई के इस दौर में खर्चा चलाना मुश्किल होता है। वेंडर्स की दुकान में बिजली, कंप्युटर, नेट, ऑपरेटर का खर्च भी निकालना पड़ता है। यदि पैसे ज्यादा न ले तो यह घाटे का सौदा होता है।
मामला आया था निरस्त किया है लाईसेंस
ई-स्टांप में चार सौ बीसी का मामला सामने आया था, जांच में सही पाए जाने पर एक वेंडर का लाईसेंस निरस्त किया है। ४ के लाईसेंस निलंबित करने व अन्य मामलों में करीब २५ वेंडर्स को शो-काज नोटिस दिए हैं।
रत्नेश भदौरिया जिला पंजीयक