कई जगहों पर बनते हैं बाढ़ जैसे हालात
सागर•May 16, 2022 / 10:00 pm•
sachendra tiwari
The drains coming out of the city are becoming narrower, water cannot be drained in the rain
बीना. नगरपालिका क्षेत्र से निकले नाले संकरे होते जा रहे हैं। कहीं नाले के ऊपर मकान बनाए जा रहे हैं, तो कहीं दोनों तरफ से अतिक्रमण होने से बड़े-बड़े नाले नालियां बन गए हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर में वर्षों पुराने नाले हैं, जो धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंच गए हैं। क्योंकि लोगों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। नाले के अंदर पिलर खड़े करके मकान तक बना लिए गए हैं, लेकिन फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही है। अतिक्रमण होने से बारिश के पानी की निकासी सही तरीके से नहीं हो पाती है और कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बनते हैं। शहर के बिलगैंया मंदिर के सामने रोड पर, स्टेशन रोड हनुमान मंदिर के पास सहित ऐसी कई जगह हैं, जहां पानी निकासी सही तरीके से न होने पर बारिश में सड़क पर पानी भर जाता है। साथ ही आसपास बने घरों में भी पानी भरने लगता है। यह समस्या हर वर्ष होती है, लेकिन इसका हल नहीं निकल पा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के अधिकांश नाले निजी भूमि से निकले हैं और सरकारी रिकॉर्ड में यह दर्ज ही नहीं है। वर्षों बाद भी अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। सरकारी रिकॉर्ड में नाले दर्ज न होने के कारण शहर के कुछ नालों की जगह की बिक्री तक कर दी गई है। यदि समय रहते अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में शहर की पानी निकासी की व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी।
वर्षों से हो रहा सार्वजनिक उपयोग
जिन जगहों से नाले निकले हैं उसका वर्षों से सार्वजनिक उपयोग हो रहा है, लेकिन अब इनपर अतिक्रमण होने लगा है। इन नालों को सुरक्षित करने के लिए प्रशासन के पास कोई प्लान भी नहीं है।
नालों को कराई जा रही सफाई
शहर के सभी नालों की सफाई कराई जा रही है। कितने नाले शासकीय हैं इसकी जानकारी राजस्व विभाग के पास रहती है।
गगन सूर्यवंशी, सबइंजीनियर, नपा