पीली लाइन ये लक्ष्मण रेखा तो नहीं थी, इसलिए अब ये हाल
कटरा में डेढ़ साल पहले तक सड़क पर किसी भी प्रकार की लाइन नहीं खिंची थी। निगम व पुलिस ने हाथ ठेला व फुटपाथ पर बैठाने वाले व्यापारियों को जैसे ही खदेड़ा तो नेताओं ने सड़क पर पीली लाइन खिंचवा दी। दुकानदारों से इस पीली लाइन के अंदर बैठने को कहा। इसके बाद वाहनों की पार्किंग के लिए दूसरी पीली लाइन खिंचवा दी। दोनों ही मामलों में नतीजा सिफर रहा है।
विस्थापन फौरी व्यवस्था थी, अब स्थाई मुसीबत बन गई यह
निगम प्रशासन ने कटरा बाजार में बैठने वाले फल व सब्जी विक्रेताओं के लिए पुरानी सब्जी मंडी प्रांगण में व्यवस्था बनाई। निगम व पुलिस ने दो दिन सख्ती दिखाई ही थी कि नेताओं की एक बार फिर वोट बैंक की नींद टूट गई। फल विक्रेताओं को नया मार्केट बनने तक के लिए कटरा में ठेला लगाने की छूट दे दी गई तो सब्जी विक्रेताओं के लिए साबूलाल
मार्केट तय कर दिया गया।
पार्किंग स्टैंड 6 महीने से स्थान ही चयन नहीं कर सकी पुलिस
निगम व यातायात पुलिस ६ महीनों से ऑटो, वाहनों की पार्किंग के लिए स्थल चिन्हित करने में लगा है। कटरा चौकी, म्युनिसिपल स्कूल, नमक मंडी, साबूलाल मार्केट के पास पूर्व में पार्किंग स्थल बनाए लेकिन इनका पालन नहीं हो पाया। वर्तमान में आधी-अधूरी व्यवस्था के तहत दो व चार पहिया वाहनों की पार्र्किंग के सूचना बोर्ड लगाए गए हैं लेकिन यहां भी अव्यवस्था देखने को मिल रही है।
महापौर निर्देश दे चुके, देखा कभी नहीं कि हुआ क्या?
मैंने मौखिक रूप से निगमायुक्त को निर्देश दिए थे कि पार्किंग व्यवस्था सुधारने के लिए निगम के १० कर्मचारियों की विशेष जैकेट पहनाकर तैनाती करें, लेकिन इस निर्देश का अब तक पालन नहीं हो पाया है। फल व सब्जी विक्रेताओं के विस्थापन तक यह प्रयास मददगार साबित होगा।
– अभय दरे, महापौर