सड़कों पर अनियंत्रित दौड़ रहे वाहन, कार्रवाई कुछ नहीं
सागर•Dec 07, 2018 / 08:47 pm•
sachendra tiwari
The third eye is not visible in the city, crime is due
बीना. शहर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे इसलिए लगाए गए थे कि शहर में आपराधिक घटनाएं रुके और यातायात व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा सके, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। कैमरों के सामने से अनियंत्रित और तेज वाहन फर्राटे भर रहे हैं, लेकिन इनपर कार्रवाईनहीं हो पा रही है। सीसीटीवी की मॉनीटरिंग करने के लिए कंट्रोल रुम बनाया गया है और मॉनीटरिंग करने के लिए ड्यूटी भी लगाईहै। इसके बाद भी शहर में होने वाली गतिविधियों पर तत्काल कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। शहर में सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को अव्यवस्थित यातायात से है। सड़कों पर तेज गति से वाहन दौड़ रहे है, गलत साइड से लोग चल रहे हैं, यातायात नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, लेकिन कार्रवाई कुछ भी नहीं हो रही है। यही नहीं बुधवार की शाम एक कार चालक ने शराब के नशे में स्टेशन रोड से खुरई रेलवे गेट तक कार दौड़ाईऔर गेट पर जाकर कार टकरा भी गई, लेकिन पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी और न ही कंट्रोल रुम से कोईसूचना आई। खुरई गेटपर जब जाम की स्थिति बनी तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी तब कहीं जाकर पुलिस पहुंची और कार वहां से हटवाई। जबकि जिस जगह से यह कार गुजरी वहां सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। यदि कैमरों की मॉनीटरिंग की जा रही होती तो कार को पहले ही रोक लिया गया होता। लोगों का कहना है कि लाखों रुपए खर्च कर लगाए गए इन कैमरों का लाभ नहीं मिल रहा है।
दूसरे शहरों में कटने लगे हैं चालान
दूसरे जिन शहरों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं वहां यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के चालान कैमरों से देखकर ही काट दिए जाते हैं, लेकिन अभी तक यहां यह व्यवस्था शुरू नहीं हुई है।
सभी जगह नहीं रख पाते नजर
शहर में 54 कैमरे लगे हुए हैं और एक साथ सभी कैमरों में नजर नहीं रखी जा सकती है। घटना होने पर फुटेज देखे जाते हैं।
शिवेन्द्र बघेल, एसडीओपी, बीना