सागर

202 हेक्टेयर में दो करोड़ रुपए खर्च कर हुआ पौधरोपण, हजारों पौधे हो गए गायब

वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने शुरू से ही बरती लापरवाही

सागरJan 18, 2021 / 09:19 pm

sachendra tiwari

Thousands of plants disappeared

बीना. बीना नदी परियोजना में वन विभाग की जो जमीन गई थी उसके बदले कंजिया के पास 202.12 हेक्टेयर जमीन वन विभाग को दी गई है। इस जमीन पर पिछले वर्ष पौधरोपण कराया गया है। पौधरोपण में अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा लापरवाही की गई, जिससे हजारों पौधे गायब हो गए हैं।
वन विभाग के लिए दो करोड़ का बजट मिला था, जिसमें तीन लाख पौधे, फेंसिंग, पानी की व्यवस्था, रोड सहित अन्य कार्य शामिल थे। पौधरोपण करने के लिए फेंसिंग लगवाई गई, लेकिन इसमें भी भ्रष्टाचार किया गया और जाली, खंभे सही नहीं लगने के कारण जगह-जगह फेंसिंग टूट गई है। यहां तीन लाख पौधे रोपे जाने थे, लेकिन सूत्रों की माने तो पूरे पौधे ही नहीं रोपे गए, सिर्फ कागजों में पूरे पौधे रोपना दर्शाया गया और जो पौधे रोपे गए हैं उनकी देखरेख न होने के कारण हजारों पौधे गायब हो गए हैं। वर्तमान में जो पौधे यहां बचे हैं यदि उनकी भी देखरेख नहीं की गई तो वह भी गायब हो जाएंगे। जगह-जगह फेंसिंग टूटी होने के कारण मवेशी अंदर पहुंच जाते हैं और पौधों को नष्ट कर देते हैं। यहां गुलमोहर, सागौन, कंजी, चिरौल, शीशम, महुआ आदि के पौधे रोपे गए हैं। गौरतलब है कि इस कार्य में लापरवाही बरतने पर डिप्टी रेंजर सहित तीन कर्मचारियों पर कार्रवाई भी हो चुकी है।
बड़ा प्रोजेक्ट होने के बाद भी अधिकारी रहे अंजान
पौधरोपण का बड़ा प्रोजेक्ट होने के बाद भी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा यहां ध्यान नहीं दिया गया, जिससे यहां मनमर्जी से कार्य किया गया। यदि अधिकारियों की निगरानी में यह कार्य हुआ होता तो इस तरह राशि का दुरुपयोग नहीं होता।
सही कराई जा रही है फेंसिंग
जहां-जहां फेंसिंग टूट गई थी उसे सही कराया जा रहा है, जिससे मवेशी अंदर न जाने पाएं और पौधों को टैंकर से पानी दिया जा रहा है। ३ लाख पौधे ही वहां रोपे गए थे, लेकिन उसमें कुछ पौधे खराब हो गए हैं। जो भी कमियां हैं उन्हें दूर कर पौधों को सुरक्षित रखा जा रहा है।
जेएल कोरी, डिप्टी रेंजर, बीना

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